पशु पालन से चल रहा बढिय़ा जीवनयापन
जनपद पंचायत मो. बड़ोदिया के ग्राम किलोदा के राकेश पिता दुर्गाप्रसाद भिलाला का पशुपालन से चल रहा है बढिय़ा जीवनयापन। पूर्व में राकेश मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उसके परिवार में माता-पिता एवं पत्नी एवं तीन सदस्य हंै। एक दिन उसकी मुलाकात जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग (आदिवासी वित्त विकास) के अधिकारी से हुई। उन्होंने उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की जानकारी दी। राकेश ने पशुपालन के कार्य में रूचि दिखाते हुए भैंस पालन के लिए ऋण प्राप्त करने हेतु आवेदन दिया। विभाग ने आदिवासी वित्त विकास विभाग की योजना के तहत प्रकरण तैयार कर यूनियन बैंक आफ इंडिया की किलोदा शाखा को भेजा गया। बैंक ने एक लाख रूपए का ऋण प्रदान किया और राज्य शासन की योजना के तहत 30 हजार रूपए का अनुदान दिया गया। राकेश ने प्राप्त ऋण से दो भैंस क्रय की। अब वह दुग्ध विक्रय का व्यवसाय कर तीन सौ से चार सौ रूपए प्रतिदिन की कमाई कर रहा है। इस प्रकार राकेश मजदूरी के साथ-साथ अब पशुपालन से अपने परिवार का बेहतर भरण पोषण कर रहा है।