जिले में 2.91 लाख हेक्टेयर में होगी सोयाबीन
(तेजपाल सिंह राठौर)
सीहोर। कृषि उपसंचालक द्वारा इस वर्ष खरीफ सीजन में बोई जाने वाली फसलों के लक्ष्य का निर्धारण कर दिया गया है। तय किए गए लक्ष्य के अनुसार इस वर्ष जिले में जहां सोयाबीन की बोवनी का रकबा बढ़ाया गया है, वहीं दूसरी ओर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान के रकबे को कम किया गया है। इस वर्ष जिले में 2 लाख 91 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बोनी की जाएगी। जबकि विगत वर्ष जिले में 2 लाख 72 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बोवनी की गई थी। इस मान से जिले में इस वर्ष 19 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बोनी अधिक होगी, दूसरी ओर जिले के बुधनी विकासखंड सहित अन्य विकासखंडों में धान के रकबे में 5 हेक्टेयर की कमी करते हुए इस वर्ष 30 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विगत वर्ष जिले में 35 हजार 130 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपाई की गई थी। कृषि उपसंचालक ने बताया कि खरीफ सीजन के दौरान जिले में बोई जाने वाली मुख्य फसल सोयाबीन और धान के अलावा ज्वार, मक्का, अरहर, उड़द, मूंग, मूंगफली और तिल की बोवनी का लक्ष्य भी निर्धारित कर लिया गया है। निर्धारित किए गये लक्ष्य के अनुसार ज्वार 1000 हेक्टेयर क्षेत्र में, मक्का 8000, अरहर 1100, उड़द 1000, मूंग 8000, मूंगफली 500, तिल 50 हेक्टेयर क्षेत्र में बोवनी का लक्ष्य रखा गया है।
जिले के बुधनी विकासखंड में उन्नत होने वाली धान की मांग बढऩे के बाद भी धान रोपाई का लक्ष्य कम कर दिए जाने से उसके उत्पादन पर भी विपरीत असर पडऩे की आशंका कृषि विभाग द्वारा जताई जा रही है। पिछले वर्ष 35 हजार 130 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल से 1 लाख 21 हजार 200 मैट्रिक टन का उत्पादन प्राप्त हुआ था लेकिन इस वर्ष 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपाई कम कर दिए जाने से अनुमानित उत्पादन 1 लाख 14 हजार मैट्रिक टन मिलने की उम्मीद है।