जैव उर्वरक : आधुनिक समय की आवश्यकता
डॉ राजेंद्र कुमार , डॉ विनोद कुमार , यामिनी टाक 18 मई 2021, भोपाल । जैव उर्वरक : आधुनिक समय की आवश्यकता – आधुनिक कृषि संकर बीज और उच्च उपज देने वाली किस्मों का उपयोग करने पर जोर देती है
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंडॉ राजेंद्र कुमार , डॉ विनोद कुमार , यामिनी टाक 18 मई 2021, भोपाल । जैव उर्वरक : आधुनिक समय की आवश्यकता – आधुनिक कृषि संकर बीज और उच्च उपज देने वाली किस्मों का उपयोग करने पर जोर देती है
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें24 मार्च 2021, भोपाल । रबी फसल कटाई बाद अवशेष प्रबंधन – आधुनिक युग में बढ़ती तकनीक तथा कृषि लागत के कारण किसान कृषि में नये-नये तकनीक का उपयोग करते हैं। जिससे कम लागत तथा समय में अधिक कमी हो
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंखरीफ विपणन सत्र 2020-21 22 मार्च 2021, नई दिल्ली । देश में 680 लाख मीट्रिक टन से अधिक हुई धान खरीदी – सरकार द्वारा किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीफ फसलों की खरीद प्रक्रिया खरीफ विपणन सत्र (केएमएस) 2020-21
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंशाही अनाज राजगिरा – यह पौष्टिकता के मामले में कई अनाजों से बेहतर है। गेहूं व चावल में जितनी प्रोटीन, कैल्शियम, वसा व आयरन की मात्रा पाई जाती है, उससे ज्यादा राजगिरा में होती है। राजगिरा में दूध के मुकाबले
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंपत्ती मोड़क, सफेद मक्खी , थ्रिप्स से बचाएँ सब्जियों को – कृषि विज्ञान केन्द्र टीकमगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी. एस. किरार, वैज्ञानिक डॉ. एस. के. सिंह, डॉ. यू. एस. धाकड़ एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मेहष जैन,
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंबोनी के बाद का समय महत्वपूर्ण बोनी के बाद का समय महत्वपूर्ण – खरीफ फसलों की बुआई जोरों पर चालू है वर्षा की लुका-छिपी के साथ-साथ बुआई करना ‘तू डाल-डाल मैं पात-पात के समान ही होती है। बुआई करने के
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