प्रमुख सब्जियों में रोगों एवं कीटों का समेकित प्रबंधन
…गुणवत्ता को प्रभावित करती है तथा फल का आकार और संख्या कम होने से पैदावार में कमी आ जाती है। विषाणु- यह बेगोमो विषाणु सफेद मक्खी द्वारा फैलता है। जो…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…गुणवत्ता को प्रभावित करती है तथा फल का आकार और संख्या कम होने से पैदावार में कमी आ जाती है। विषाणु- यह बेगोमो विषाणु सफेद मक्खी द्वारा फैलता है। जो…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…300-325 मोयला, हरा तेला, सफेद मक्खी, पर्णजीवी फलछेदक कीट व तम्बाकू की सुण्डी फिप्रोलिन 5 प्रतिशत एससी 800-1000 मोयला, हरा तेला, सफेद मक्खी, फल छेदक कीट व तम्बाकू की सुण्डी…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…है। यह रोग मूंग की पीली मोज़ेक विषाणु के कारण होता है और सफेद मक्खी द्वारा फैलता है। उपज की हानि लगभग 10 से 100 प्रतिशत तक होती है, यह…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…करें। सफेद मक्खी के वयस्कों के लिए भावी कीटनाशक:-डायफेंथियुरोन 50 डब्ल्यू.पी. (500 ग्राम) या एफिडोपाइरोपेन 50 जी./एल. (1000 मि.ली.) या डाइनोटेफ्यूरान 20 एस.जी.(150 ग्राम) या फलोनीकामेड 50 डब्ल्यू.जी.(200 ग्राम) या क्वलॉथीयानिडिन 50 डब्ल्यू.जी.(50 ग्राम)/हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें| सफेद मक्खी के निम्फ/ बच्चो के लिए प्रभावी…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…ध्यान देने योग्य बात यह है कि प्रारंभ में कुछ ही रोगी पौधे होते है जिन्हें लक्षण दिखते ही उखाड़कर नष्ट कर दें और सफेद मक्खी की रोकथाम करें। सफेद…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…की दर से छिडक़ाव करने से इस कीट को नियंत्रित कर सकते हैं। सफेद मक्खी सफेद मक्खी के शरीर और दोनों पंखों पर सफेद से पीले रंग का मोमी स्राव…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…है। इससे बचाव हेतु 120 पीपीएम स्ट्रैप्टोसाइक्लिीन + 0.3 प्रतिशत कॉपर आक्सीक्लोराइड प्रति लीटर पानी का घोल बनाकर 70-80 दिन की फसल अवधि पर करें। आवश्यकतानुसार दोहरायेंं। जैसिड/सफेद मक्खी यह…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…घोलकर प्रकोपित पौधें पर छिड़कें। फल मक्खी : बेक्ट्रोसेरा कुकुरबिटी नामक यह मक्खी सामान्यत: खरबूज-तरबूज तथा खीरे के फलों को क्षति करती है। करेला और गिलकी इसे कम पसंद हैं।…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…को खाते है। सफेद मक्खी यह बहुत छोटी (1-2 मि मी) आकार की मक्खी होती है जिसके पंखों पर सफेद मोमयुक्त परत होती हैै। दिन मे यह पत्तियो की निचली…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…झुलसा रोग के प्रति सहनशील होती है । यमुना सफेद 3 (जी- 282) – इसके शल्क कन्द सफेद, बड़े आकार के, क्लोव का रंग सफेद तथा कली क्रीम रंग की होती…
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