मावठे से गेहूं-चने को लाभ
अब तक रबी फसलों की बुवाई 105 लाख हेक्टेयर में
26 दिसम्बर 2020, भोपाल। मावठे से गेहूं-चने को लाभ – म.प्र. में अब तक रबी फसलों की कुल बोनी 104.89 लाख हेक्टेयर में कर ली गई है जो लक्ष्य की तुलना में लगभग 76 फीसदी है। गत वर्ष इस समय तक 101.56 लाख हेक्टेयर में बोनी की गई थी। इस वर्ष जौ, चना, मटर, मसूर एवं अलसी की बोनी लक्ष्य से अधिक क्षेत्र में कर ली गई है। इस कारण दलहनी फसलों का रकबा बढ़ा है। इस पर गत दिनों हुई मावठे की वर्षा ने अमृत का काम किया है। यह मावठा गेहूं-चने के लिए लाभदायक है। इससे बढ़वार अच्छी होगी मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उत्तर मध्य महाराष्ट्र पर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण यह मावठे की वर्षा हुई है। कृषि विभाग के मुताबिक प्रदेश में रबी फसलों का सामान्य क्षेत्र 107.33 लाख हेक्टेयर है। इस वर्ष 136.97 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरूद्ध 7 दिसम्बर तक 104.89 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है।
प्रदेश की प्रमुख रबी फसल गेहूं की बुवाई ने रफ्तार पकड़ ली है। 102.76 लाख हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध 64.97 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोनी हो गई है। वहीं चने की बोनी 19.27 लाख हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 23.43 लाख हे. में कर ली गई है। इसी प्रकार मटर 2.37 लाख हे. में, मसूर 4.70, सरसों 7.42 लाख हे. में बोई गई है। वहीं अलसी की बोनी 82 हजार एवं गन्ना 43 हजार हेक्टेयर में बोया गया है। प्रदेश में अब तक कुल अनाज फसलें 65.72 लाख हे. में, दलहनी फसलें 30.50 लाख हे. में एवं तिलहनी फसलें 8.24 लाख हे. में बोई गई हैं। प्रदेश के देवास जिले के खातेगांव विकासखंड ग्राम लकड़ानी के प्रगतिशील कृषक श्री राजेश मीणा ने 7 एकड़ में गेहूं की किस्म अंकुर केदार लगाई है। फसल अच्छी स्थिति में है उत्पादन लगभग 25 क्विंटल प्रति एकड़ होने का अनुमान है।
प्रदेश में बुवाई स्थिति
7 दिसम्बर तक (लाख हे. में)
फसल | लक्ष्य | बुवाई |
गेहूं | 102.76 | 64.97 |
जौ | 0.3 | 0.75 |
चना | 19.27 | 23.43 |
मटर | 0.58 | 2.37 |
मसूर | 3.78 | 4.7 |
सरसों | 8.5 | 7.42 |
अलसी | 0.52 | 0.82 |
गन्ना | 1.25 | 0.43 |
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