राज्य कृषि समाचार (State News)

रायसेन जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं, किसानों के लिए पर्याप्त आपूर्ति की गई: उप संचालक कृषि

27 अक्टूबर 2025, रायसेन: रायसेन जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं, किसानों के लिए पर्याप्त आपूर्ति की गई: उप संचालक कृषि – जिले में किसानों को व्यवस्थित और सुगमतापूर्वक खाद का वितरण हो, इसके लिए कलेक्टर श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा द्वारा कृषि विभाग, सहकारिता विभाग तथा मार्कफेड सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कलेक्टर विश्वकर्मा द्वारा जिले में खाद का आवंटन और वितरण की सतत मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

कृषि विभाग के उप संचालक केपी भगत ने बताया कि रायसेन जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। रबी वर्ष 2025-26 हेतु यूरिया 75000 मे.टन, डीएपी 49000 मे.टन, एनपीके 17000 मे.टन, सिगल सुपर फास्फेट 6500 मे.टन, एमओपी 1373 मे.टन की मांग के विरुद्ध 01 अक्टूबर से आज दिनांक तक डबल लॉक केन्द्र, सहकारी समितियों एवं विभाग में पंजीकृत अनुज्ञप्ति धारी निजी विक्रेताओं को यूरिया 21177 मे.टन, डीएपी 9061 मे.टन, एनपीके 8337 मे.टन, एसएसपी 13331 मे.टन कुल 52152 मे.टन की उपलब्धता हो गई है। आज दिनांक तक वितरण उपरांत यूरिया 8941 मे.टन, डीएपी 5007 मे.टन, एनपीके 6455 मे.टन, एसएसपी 12568 एवं एमओपी 234 मे.टन कुल 33205 मे.टन उर्वरक शेष है।

जिले में यूरिया की उपलब्धता की जानकारी देते हुए उप संचालक कृषि ने बताया कि डबल लाक केन्द्र बाडी में 44.145 मे.टन, गौहरगंज में 3.735 मे.टन, औबेदुल्लागंज में 108.99 मे.टन, सलामतपुर में 86.805 मे.टन यूरिया उपलब्ध है। सहकारी समिति बम्होरी भुंआरी में 25.29 मे.टन, बम्होरी गोदड में 34.875 मे.टन, बनखेडी में 11.205 मे.टन, बीदपुरा में 96.12 मे.टन, विजनहाई में 23.355 मे.टन, बीकलपुर में 27.360 मे.टन, चम्पानेर में 23.580 मे.टन, चांदपुर में 38.250, छातेर में 74.970 मे.टन, चिकलौद खुर्द में 46.800 मे.टन, चिकलौद कलां में 40320 मे.टन, चिचौली में 27.705 मे.टन, चिंगबाड़ा में 28.845 मे.टन, चुन्हेटिया में 36.810 मे.टन, दाहौद में 72.585 मे.टन, दीवानगंज में 90.355 मे.टन, देहगांव में 216.00 मे.टन, दिवटिया में 78.255 मे.टन, डूमर में 60.885 मे.टन, घाना बहेड़िया में 52.785 मे.टन, गौहरगंज में 157.995 मे.टन, कुण्डाली बम्होरी में 74.565, मंडीदीप में 72.765 मे.टन, मुडियाखेड़ा में 69.075 मे.टन, मूंडला में 102.015 मे.टन, कामतौन में 38.466 मे. टन, पग्नेश्वर में 64.755 मे.टन, पंदरभटा में 37.035 मे.टन, पोलाहा में 36.405, रायसेन में 128.520 मे.टन, रमखिरिया में 55.215 मे.टन, सलामतपुर में 96.030 मे.टन, रमपुरा केशरी में 61.065 मे.टन, सियरमऊ में 46.440 मे.टन, उँटिया कलां में 76.055 मे.टन, वर्धा बम्होरी में 95.715 मे.टन यूरिया उपलब्ध है।

जिले में डीएपी की उपलब्धता इसी प्रकार डीएपी की उपलब्धता की जानकारी देते हुए बताया कि डबल लाक केन्द्र बाडी में 17. 250 मे.टन, बेगमगंज में 14.250 मे.टन, खरगौन में 24.250 मे.टन, सिलवानी में 14.550 मे.टन, औबेदुल्लागंज में 80.750 मे.टन, खरगौन में 24.250 मे.टन, सलामतपुर में 22.900 मे.टन तथा उदयपुरा-9.450 मे.टन उपलब्ध है। इसी प्रकार सहकारी समिति बागपिपरिया में 34.050 मे.टन, बम्होरी भुंआरी में 23.75 मे.टन, बीदपुरा में 72.750 मे.टन, चांदौनी गढी में 18.00 मे.टन, चुन्हेटिया में 22.200 मे.टन, दिवटिया में 82.500 मे.टन, डूमर में 37.500 मे.टन, जामगढ में 97.500 मे.टन, मंडीदीप में 13.550 मे.टन, पेमत में 66.500 मे.टन, पांडाझिर में 21.650 मे.टन, सांईखेड़ा में 33.05 मे.टन, सलामतपुर में 111.850 मे.टन, तामोट में 87.950 मे.टन, उटिया कलां में 36.550 मे.टन उपलब्ध है।

जिले में एनपीके की उपलब्धता जिले में डबल लाक केन्द्र बाडी में 32.85 मे.टन, बरेली में 42.000 मे.टन, बेगमगंज में 15.300 मे.टन, खरगौन में 10.09 मे.टन, सिलवानी में 29.450 मे.टन, सलामतपुर में 30.050 मे.टन तथा उदयपुरा में 14.500 मे.टन एनपीके उपलब्ध है। इसी प्रकार सहकारी समिति आलीवाडा में 23.250 मे.टन, आलमपुर में 74.400 मे.टन, बम्हौरी गोदड में 12.100 मे.टन, बनखेडी में 24.350 मे.टन, बरेली में 16.050 मे.टन, भीमपुर कंजई में 12.000 मे.टन, चांदपुर में 30.650 मे.टन, छातेर में 42.150 मे.टन, चिकलौद खुर्द में 52.700 मे.टन, देहगांव में 40.000 मे.टन, दिवटिया में 25.000 मे.टन, रायसेन में 53.500 मे.टन, सांची में 29.650 मे.टन तथा सिमरिया खुर्द में 50.200 मे.टन एनपीके उपलब्ध है।

आगामी समय में लगने वाली रैकों से जिले के डबललॉक केन्दों में पिपरिया रैक से आईपीएल यूरिया बाडी में 100 मे.टन, बरेली में 200 मे.टन, खरगौन में 150 मे.टन, उदयपुरा में 150 मे.टन कुल 600 मे.टन यूरिया, मंडीदीप रैक से ही डबललाक केन्द्र बाडी 200 मे.टन, बरेली में 150 मे.टन, रायसेन में 100 मे.टन, बेगमगंज में 100 मे.टन, सिलवानी में 100 मे.टन इस प्रकार कुल 750 मे.टन यूरिया प्राप्त होगा। इसी प्रकार जिले की सहकारी समितियों में रैक पाइन्ट पिपरिया से 600 मे. टन यूरिया एवं मंडीदीप रैक से 750 मे. टन यूरिया प्राप्त होना है।

जिले के किसान भाईयों से अपील करते हुए उप संचालक कृषि ने कहा कि जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है, किसान भाई अपनी रबी फसलों की बोनी हेतु आवश्यकतानुसार डीएपी, सुपर फास्फेट अथवा एनपीके अपनी सहकारी समिति, निकटतम डबल लाक केन्द्र अथवा निजी पंजीकृत विक्रेता से क्रय कर सकते हैं। किसान भाईयों से अनुरोध है खेतों की तैयारी करते समय खरीफ फसल अवशेष (नरवाई ) में आग ना लगाएं, इससे मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों का हास होता है।

रबी फसलो की बोनी में आधार खाद के रूप में एनपीके का अधिक से अधिक उपयोग करें क्योकि डीएपी से दो पोषक तत्व (नाईट्रोजन एवं फास्फॉरस) प्राप्त होते हैं जबकि एनपीके के उपयोग से एक अतिरिक्त तत्व पोटाश प्राप्त होता है जो फसल के लिये आवश्यक भी है और पौधों को रोग, बीमारी तथा कीटों से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

दानों में चमक बढाता है तथा वजन में वृद्धि करता है। जो किसान भाई अपनी स्वयं के बीज का उपयोग कर रहे हैं उनको आवश्यक रूप से बीज उपचार किया जाना चाहिये, बीज उपचार करते समय सबसे पहले फफूंद नाशक जैसे कार्बेन्डाजिम उसके उपरांत कीटनाशक जैसे थायोमिथाक्साम एवं सबसे अंत मे कल्चर जैसे अनाज की फसलों में पीएसबी एवं एजेटोवेक्टर दलहनी फसलों में पीएसबी एवं राइजोबियम कल्चर से बीज उपचारित करना चाहिये।

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