मौसम का मिजाज बदला ,कुछ संभागों में पड़ेंगी बौछारें
1 दिसम्बर 2021, इंदौर । मौसम का मिजाज बदला ,कुछ संभागों में पड़ेंगी बौछारें – कल से मप्र में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। इसका कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो वेदर सिस्टम का बनना है। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास सक्रिय है ,जबकि आज अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के अलावा बंगाल की खाड़ी में भी एक वेदर सिस्टम बन गया है ,जिससे वातावरण में नमी बढ़ गई है।
मौसम के इस बदले मिजाज के कारण ही आज बुधवार को इंदौर , उज्जैन और ग्वालियर संभाग के जिलों में गरज -चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं राजस्थान और गुजरात से सटे मप्र के जिलों में ओले गिरने की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग द्वारा पिछले 24 घंटे में पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलीराजपुर (सिटी – 12.4, जोबट – 4.4, चं.शे.आ. नगर – 3, कट्ठीवाड़ा – 0.4, उदयगढ़ – 0.4),झाबुआ (एग्रो ओब्स – 0.4), और धार (सिटी ) में 0.2) मिमी वर्षा दर्ज की गई । जबकि रतलाम,खण्डवा और भोपाल सिटी में वर्षा ट्रेस की गई। वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम शुष्क रहा। मौसम विभाग ने अलीराजपुर, झाबुआ के अलावा उज्जैन और चंबल संभागों के जिलों , इंदौर धार,मांडू,बड़वानी,खरगोन,
उल्लेखनीय है कि कल से दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊँचाई तक चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जिससे होकर महाराष्ट्र तट तक एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसके प्रभाव में कल पूर्व-मध्य अरब सागर में महाराष्ट्र तट के पास निम्न दाब क्षेत्र के बनने की संभावना है। दक्षिणी थाइलैंड के पास बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र मध्य क्षोभमंडल तक फैले संयुग्मित चक्रवातीय परिसंचरण के साथ सक्रिय हो चुका है, जो डिप्रेशन और आगे चलकर चक्रवातीय तूफान के रूप में प्रभावशाली होकर उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरोत्तर 24 घंटों में विस्थापित होगा। वहीं पश्चिमी विक्षोभ ईरान-अफगानिस्तान क्षेत्र में 15 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में अवस्थित है। अगले पश्चिमी विक्षोभ के 4 दिसंबर को सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है।
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