गेहूं के बकाया भुगतान के लिए संभागायुक्त को पुनः ज्ञापन सौंपा
मेधा पाटकर 6 मार्च को मंत्रियों और विधायकों से मिलेंगी
5 मार्च 2022, इंदौर । गेहूं के बकाया भुगतान के लिए संभागायुक्त को पुनः ज्ञापन सौंपा – अपनी फसल के करीब पौने तीन करोड़ रुपए की वसूली के लिए पिछले दो साल से भटक रहे किसानों ने इंदौर संभागायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम पुनः ज्ञापन दिया और किसानों को मंडी निधि से उनका बकाया भुगतान कराने की मांग की। इसके अलावा पीड़ित किसानों के अन्य प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकारी ग्रुप की सदस्य एवं नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर से मिला और संपूर्ण मामले की जानकारी दी ।
संभागायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि इंदौर मंडी में वर्ष 2019 में लाइसेंसी व्यापारी द्वारा 186 किसानों की गेहूं फसल खरीदकर करीब 2 करोड़ 74 लाख रु किसानों को भुगतान किए बगैर फरार हो गया। इस बारे में आपको और कृषि मंत्री को भी ज्ञापन दिए लेकिन किसानों को भुगतान नहीं हुआ है। इस संबंध में इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड को मंडी निधि से किसानों को भुगतान किए जाने के प्रस्ताव भी भेजा है, लेकिन भुगतान लंबित है। मंडी समिति को अपनी जवाबदारी निभाते हुए किसानों को मंडी निधि से उनकी बकाया राशि का भुगतान करवाएं।
संयुक्त किसान मोर्चा के इंदौर के नेता श्री रामस्वरूप मंंत्री एवं श्री बबलू जाधव ने बताया कि नर्मदा घाटी के मुद्दे को लेकर इंदौर में एक बैठक में भाग लेने आई मेधा पाटकर से इंदौर के किसान नेता और पीड़ित किसान मिले और पूरे मामले से अवगत कराया। मेधा पाटकर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वे मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों तथा विधायकों से 6 मार्च को भोपाल में मुलाकात करेगी और किसानों का बकाया भुगतान के लिए सरकार से आदेश देने का आग्रह करेगी। किसान नेताओं का कहना था कि यदि सरकार ने शीघ्र ही संतोषजनक निर्णय नहीं लिया तो किसानों को मजबूरन बजट सत्र के दौरान तीव्र आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा। ज्ञापन सौंपने और प्रतिनिधि मंडल में श्री दिनेश सिंह कुशवाह, श्री शैलेंद्र पटेल,श्री लखन सिंह डाबी, श्री वीरेंद्र पाटीदार ,श्री चंदन सिंह बडवाया, श्री मदरू पवार,श्री अरशद पटेल सहित कई किसान प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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