मध्यप्रदेश: चंदेरी दौरे पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया ऐतिहासिक स्थलों का दौरा, बुनकरों से की सीधी बातचीत
27 अगस्त 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश: चंदेरी दौरे पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया ऐतिहासिक स्थलों का दौरा, बुनकरों से की सीधी बातचीत – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अशोकनगर जिले के चंदेरी में अपने दौरे के दौरान कई ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। उन्होंने किला कोठी, स्थिति बैजू बावरा की समाधि एवं जौहर स्मारक का दौरा कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने चंदेरी स्थित लक्ष्मण मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की।
मुख्यमंत्री यादव ने हैंडलूम पार्क का अवलोकन किया और बुनकरों से संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर उन्होंने नगर में रोड शो भी आयोजित किया, जिसमें नागरिकों द्वारा पुष्प वर्षा कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने नागरिकों का अभिवादन करते हुए उनके साथ जुड़ाव व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदेरी का जौहर स्मारक देश के गौरवशाली इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है, जो मातृ शक्ति की पवित्रता और दृढ़ता का प्रतीक है। उन्होंने जौहर स्मारक पर श्रद्धा-सुमन अर्पित कर रानी मणिमाला सहित उन 1600 क्षत्राणियों को नमन किया, जिन्होंने मातृ शक्ति के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए 29 जनवरी 1528 को जौहर किया था।
मुख्यमंत्री ने चंदेरी में मध्यप्रदेश के रत्न, महान गायक श्री बैजू बावरा की समाधि स्थल पर भी श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि संगीत के प्रति समर्पित श्री बैजू बावरा का जीवन भावी पीढ़ियों को संगीत साधना के लिए प्रेरित करेगा।
हैंडलूम पार्क में बुनकरों की कला की सराहना
मुख्यमंत्री ने हैंडलूम पार्क में बुनकरों की कार्यशैली को समझा और स्वयं लूम मशीन चलाने का अनुभव किया। उन्होंने बुनकर मोहम्मद इकबाल, रागिनी कोली, मोहम्मद अनस और कन्हैया कुमार से बातचीत की तथा उनकी मेहनत और कला की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि चंदेरी की साड़ियों के ताना-बाना को बुनने वाले बुनकर परंपरागत कला को सहेजते हुए आधुनिक तकनीक के साथ कदमताल कर रहे हैं। उनकी साड़ियों की चमक से चंदेरी की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित हो रहा है। दौरे के दौरान उन्होंने बुनकरों द्वारा तैयार चंदेरी साड़ियां एवं अन्य उत्पाद भी देखे।
मुख्यमंत्री ने अंत में बुनकरों के आर्थिक विकास और स्वावलंबन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार इन कलाकारों के समर्थन के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगी ताकि चंदेरी की कला को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।
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