नवीन तकनीक पर आधारित स्टिल (STHIL) कृषि यंत्र- श्रीमती कृष्णा गौर
स्टिल परिवर्तन यात्रा का समापन
15 जुलाई 2025, भोपाल: नवीन तकनीक पर आधारित स्टिल (STHIL) कृषि यंत्र- श्रीमती कृष्णा गौर – कृषि में आधुनिक मशीनों का उपयोग कृषकों की आवश्यकता बन गया है। अधिक कार्य कम श्रम में करने के साथ फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र अपनाना जरूरी हो गया । उक्त विचार पिछड़ा वर्ग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने स्टिल (STHIL) कंपनी की परिवर्तन यात्रा समापन अवसर पर व्यक्त किए। लगभग 200 से अधिक छोटे- बड़े आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग कर कृषक कृषि, उद्यानिकी, बागवानी, वानिकी आदि कार्य को कम समय में आसानी से कर सकता है। मजबूती में बेमिसाल स्टिल (STHIL) कंपनी के ईधन / बेट्री चलित यंत्रो का रख रखाव भी किफायती रहता है। इंदौर से प्रारंभ परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य दूरदराज बैठे कृषकों तक स्टिल (STHIL) के आधुनिक यंत्रो की जानकारी उपलब्ध कराना है। सीमित श्रम एवं कम खर्च से काम करने के लिए स्टिल (STHIL) कंपनी के यंत्र बखूबी पहचाने जाते हैं। भोपाल में हुए यात्रा के समापन अवसर पर मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर के निवास स्थित बगीचे में घांस कटाई यंत्र का प्रदर्शन किया गया। इस पर श्रीमती गौर ने स्टिल (STHIL) की कार्य प्रणाली अच्छी एवं इन यंत्रों को उन्होंने महिला कृषकों के लिए भी आसानी से संचालित होने वाले बताएं। स्टिल (STHIL) कंपनी के अधिकारी श्री अनिमेष बाघेला ने मंत्री को परिवर्तन यात्रा की जानकारी में बताया की यात्रा म प्र के 35 जिलों के 5100 किलोमीटर क्षेत्र में गई। इस दौरान हजारों कृषकों ने यात्रा रथ पर आकर जानकारी प्राप्त की।
उल्लेखनीय है कि स्टिल (STHIL) कम्पनी विश्व स्तर पर पॉवर टूल्स और कृषि उपकरणों का अग्रणी ब्राण्ड है। कार्यक्रम में पूर्व सांसद श्री आलोक संजर, स्टिल (STHIL) कंपनी के विक्रेता मे. जगदंबा टूल्स के श्री अम्बर मित्तल, मे. एसएएस ग्रीन मूवर्स के श्री अमित सक्सेना, श्री आदर्श संजर सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं कृषक उपस्थित थे ।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: