मध्यप्रदेश: सड़क और पुल निर्माण में नवीन तकनीक पर भोपाल में सेमिनार का उद्घाटन
21 अक्टूबर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश: सड़क और पुल निर्माण में नवीन तकनीक पर भोपाल में सेमिनार का उद्घाटन – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने भोपाल में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन किया। इस सेमिनार का विषय था “सड़क एवं पुल निर्माण में उभरती नवीनतम तकनीक और प्रवृत्तियाँ”, जिसे लोक निर्माण विभाग और इंडियन रोड काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सेमिनार में कहा कि अधोसंरचना और सड़क निर्माण में प्राचीन तकनीकों से सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने भोपाल के राजा भोज द्वारा 1000 साल पहले बनाए गए बड़े ताल का उदाहरण देते हुए कहा कि यह प्रभावी जल प्रबंधन का उत्कृष्ट नमूना है, जो आज भी सिखाता है कि मितव्ययता के साथ संसाधनों का उपयोग कैसे किया जाए। सेमिनार में देशभर के विशेषज्ञों और तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया, जो नई तकनीकों और निर्माण कार्य में नवीनतम प्रौद्योगिकी पर चर्चा करेंगे।
सड़क निर्माण में नई तकनीक से विकास को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए कहा कि नवीनतम तकनीक और स्थानीय कौशल का उपयोग विकास के लिए जरूरी है। इस सेमिनार से यह स्पष्ट होगा कि कैसे संसाधनों का मितव्ययी उपयोग करते हुए गुणवत्तायुक्त सड़क और अधोसंरचना का निर्माण किया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने 3,589 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले भोपाल-कानपुर फोरलेन परियोजना के लिए केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी का आभार जताया और कहा कि यह परियोजना प्रदेश के विकास को नई गति देगी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का दृष्टिकोण: भारतीय रोड इंफ्रास्ट्रक्चर 2047 तक विश्व में सबसे बेहतर
केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर 2047 तक अमेरिकी सड़कों से भी बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के विकास में जल, ऊर्जा, यातायात और संचार की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और प्रधानमंत्री मोदी इसी दिशा में काम कर रहे हैं। श्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में सड़क और अधोसंरचना के विकास से औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
किसानों को मिलेगा ऊर्जा उत्पादन का अवसर
श्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसान अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जादाता भी बन सकते हैं। उन्होंने बताया कि कृषि से निकलने वाली अनुपयोगी सामग्री का वैकल्पिक ईंधन के रूप में उपयोग कर लागत कम की जा सकती है। उन्होंने इंजीनियरिंग के छात्रों को डीपीआर निर्माण में शामिल करने का सुझाव भी दिया, ताकि वे इस क्षेत्र में अनुभव हासिल कर सकें।
प्रदर्शनी में दिखी नवीनतम तकनीकें
सेमिनार के दौरान सड़क और पुल निर्माण में प्रयोग होने वाली आधुनिक मशीनरी और आईटी आधारित मॉनिटरिंग तकनीकों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। मुख्यमंत्री यादव और केंद्रीय मंत्री गडकरी ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी का पारंपरिक रूप से लोक नर्तकों द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, इंडियन रोड काउंसिल के पदाधिकारी और विषय विशेषज्ञ भी मौजूद रहे।
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