राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्य प्रदेश में 130 लाख हेक्टेयर में हुई बोनी

गेहूं का रकबा 84 लाख हेक्टेयर पहुंचा

  • (विशेष प्रतिनिधि)

28 दिसम्बर 2022, भोपाल । मध्य प्रदेश में 130 लाख हेक्टेयर में हुई बोनीचालू रबी सीजन में फसलों की बुवाई गत वर्ष की तुलना में तेजी से चल रही है। इस वर्ष राज्य में गेहूं का रकबा कम कर दलहनी एवं तिलहनी फसलों का रकबा बढ़ाने पर जोर दिया गया है। 23 दिसम्बर तक 130.16 लाख हे. में बुवाई हुई है जो लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 93.6 फीसदी है। गत वर्ष इस अवधि में 128.99 लाख हे. में बोनी हुर्ई थी। वहीं गेहूं की बुवाई अब तक 84 लाख हेक्टेयर में हो गई है, जो लक्ष्य के विरुद्ध 94 फीसदी है।

कृषि विभाग के मुताबिक प्रदेश में रबी फसलों का सामान्य क्षेत्र 124 लाख 77 हजार हेक्टेयर है। इस वर्ष 139.06 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक 130.16 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है। इसमें राज्य की प्रमुख रबी फसल गेहूं की बोनी 83.95 लाख हेक्टेयर में हुई है। जबकि गत वर्ष अब तक 83.10 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था। राज्य की दूसरी प्रमुख फसल चने की बोनी अब तक 20.81 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो गत वर्ष समान अवधि में 24.18 लाख हेक्टेयर में हुई थी। चने की बुवाई में लगभग 4 लाख हेक्टेयर की कमी आई है। अन्य फसलों में अब तक मटर 2.50 लाख हे. में, मसूर 6.50 लाख हेक्टेयर में बोई गई है।

राज्य की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों की बोनी लक्ष्य से अधिक 13.83 लाख हेक्टेयर में हुई है। जबकि लक्ष्य 13.07 लाख हे. रखा गया है। वहीं गत वर्ष अब तक सरसों 11.11 लाख हेक्टेयर में बोई गई थी। अलसी की बोनी 1.19 लाख हेक्टेयर में हुई है।  इस वर्ष गन्ना 1.40 लाख हेक्टेयर में लिया जायेगा, अब तक इसकी बुवाई 84 हजार हेक्टेयर में हुई है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 69 हजार हेक्टेयर में गन्ना बोया गया था।

इस प्रकार राज्य में अब तक कुल अनाज फसलें 84.49 लाख हेक्टेयर में, दलहनी फसलें 29.80 लाख हेक्टेयर में एवं तिलहनी फसलें 15.02 लाख हेक्टेयर में बोई गई हंै।

प्रदेश में रबी फसलों की बुवाई

23 दिसम्बर 2022 तक (लाख हे. में)

फसल लक्ष्य बुवाई
गेहूं 89.03 83.95
जौ 0.52 0.54
चना  24.47 20.81
मटर 2.8 2.5
मसूर 6.49 6.5
सरसों 13.07 13.83
अलसी  1.27 1.19
गन्ना 1.4 0.84
स्रोत : कृषि विभाग, म.प्र.    

महत्वपूर्ण खबर: एमपी फार्मगेट एप से किसानों को उपज बेचना हुआ आसान

Advertisements