राज्य कृषि समाचार (State News)

कटनी जिले में अब तक 1 लाख 79 हजार 596 मीट्रिक टन धान उपार्जित

25 दिसंबर 2024, कटनी: कटनी जिले में अब तक 1 लाख 79 हजार 596 मीट्रिक टन धान उपार्जित – जिले में स्थापित किए गए 89 उपार्जन केन्द्रों में भारत सरकार द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल तथा धान ग्रेड – ए का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2320 रुपये प्रति क्विंटल पर सोमवार 23 दिसंबर तक कुल 19 हजार 812 किसानों से 1  लाख 79 हजार 596 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है। इसमें से 48 हजार 609 मीट्रिक टन धान का गोदामों में परिवहन भी किया जा चुका है।

वहीं जिले में अब तक 45 हजार 454 कृषकों द्वारा स्लॉट की बुकिंग की जा चुकी है तथा 76 हजार 495 कृषकों के स्वीकृति पत्र भी जारी किये जा चुके है।तहसील बहोरीबंद निरंतर अग्रणी जिले में अब तक हुए धान उपार्जन के मामले में तहसील बहोरीबंद निरंतर बढ़त बनाए हुए है। यहां पर सोमवार की स्थिति में अब तक 4079 किसानों से 38 हजार 391 मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर उपार्जित की जा चुकी है। जबकि दूसरे नंबर पर ढीमरखेड़ा तहसील द्वारा 3521 किसानों ने अब तक 27 हजार 606 मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर उपार्जित की गई है।इसके अलावा रीठी तहसील में सोमवार तक की स्थिति में 2229 किसानों से 23 हजार 598 मीट्रिक टन धान उपार्जित की गई है। वहीं बड़वारा तहसील में  2854 किसानों से 22 हजार 710 मीट्रिक टन और विजयराघवगढ़ तहसील के 2303 कृषकों से 19 हजार 135 मीट्रिक टन धान उपार्जित की जा चुकी है। इसी प्रकार  कटनी एवं कटनी नगर तहसील तहसील के 1484 किसानों से 16 हजार 675 मीट्रिक टन तथा बरही तहसील के 1702 किसानों से 16 हजार 555 मीट्रिक टन के साथ ही स्लीमनाबाद तहसील के 1640 किसानों से 15 हजार 528 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है।

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कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने धान उपार्जन कार्य से जुड़े सभी अधिकारियों को धान उपार्जन केन्द्रों में तिरपाल पन्नी सहित अन्य समस्त आवश्यक इंतजाम पुख्ता रखनें के निर्देश दिए है। इसके अलावा कलेक्टर श्री यादव द्वारा निरंतर उपार्जन केन्द्रों का औचक निरीक्षण भी किया जाकर खरीदी केन्द्र प्रभारियों और इस कार्य से संबंधित सभी अधिकारियों को दो टूक लहजे मे निर्देशित किया है कि किसानों के हित से जुड़े मामले में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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