राजस्थान ऊँट संरक्षण के क्षेत्र में बना सिरमौर
17 हज़ार से अधिक ऊंट पालकों ने ऊँट संरक्षण योजना में किया आवेदन
05 अप्रैल 2023, जयपुर: राजस्थान ऊँट संरक्षण के क्षेत्र में बना सिरमौर – राज्य पशु ऊँट के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संवेदनशील राज्य सरकार के द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में “उष्ट्र संरक्षण योजना” संचालित की जा रही है। योजना के अंतर्गत ऊंट पालकों को सीधे ही उनके खाते में पांच-पांच हजार रुपए की राशि हस्तांतरित की रही है। योजना का उद्देश्य न केवल रेगिस्तान का जहाज ऊँट का संरक्षण करना है बल्कि ऊंट प्रजनन को प्रोत्साहित करना भी है।
उल्लेखनीय है कि योजना में अब तक 17000 से अधिक ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हो चुके है. साथ ही योजना अंतर्गत चयनित ऊंट पालकों के खाते में सीधे ही राशि हस्तांतरित की जा रही है। वहीं लाभार्थियों के भौतिक सत्यापन के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर ऊँटनी एवं टोडियों के लगाए गए टैग एवं नंबरों की जांच कर ही योजना का लाभ देकर पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
प्रोत्साहन राशि से बेहतर ऊंट पालन हुआ संभव
जोधपुर ज़िले के खाटावास निवासी श्री जागाराम कहते है कि खाते में 5000 रूपए की प्रथम किश्त आने से आर्थिक सम्बल मिला है. अब टोडियों के जन्म पर आर्थिक भार नहीं बढ़ेगा और खुशियां घर में आएँगी। पिछले वर्षों में ऊंटों की घटती संख्या को देखकर वे काफी चिंतित थे.
– राजस्थान की शान ऊँट का होगा संरक्षण एवं संवर्धन
जोधपुर के ऊंट पालक श्री कर्माराम राज्य सरकार को उष्ट्र संरक्षण योजना लागू करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके खाते में प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित होने से अब ऊंटों के भोजन व अन्य व्यवस्था सुचारू रूप से कर पा रहे है ।
-17000 से अधिक ऑनलाइन आवेदन हुए प्राप्त
योजना में ऊंट पालक टोडियों के जन्म पर प्रोत्साहन राशि के लिए प्रदेश भर से 17000 से अधिक ऊंट पालकों ने अब तक आवेदन किया है। जिसके तहत चयनित ऊंट पालकों को विभाग द्वारा टोडियों का भौतिक सत्यापन कर प्रोत्साहन राशि सीधे ही उनके खाते में जमा की जा रही है। ऊंट पालक http//www.pashuaushadh.com/iomms पर आवेदन कर सकते है।
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