राज्य कृषि समाचार (State News)

छत्तीसगढ़ में नैनो उर्वरक उपयोग पर संगोष्ठी

29 जनवरी 2024, बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में नैनो उर्वरक उपयोग पर संगोष्ठी – छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के ग्राम – गाड़ाडीह, मे नैनो उर्वरक उपयोग विचार संगोष्ठी का इफको द्वारा किया गया। जिसके मुख्य अतिथि डॉ. आलोक तिवारी, अधिष्ठाता, क़ृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, साजा, डॉ. पी. के. तिवारी, अधिष्ठाता, उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केंद्र, साजा, विशिष्ट अतिथि  श्री रजनीश पाण्डेय, मुख्य प्रबंधक इफको नई दिल्ली, श्री आर. एस. तिवारी, राज्य विपणन प्रबंधक, इफको, रायपुर, डॉ. एस. के. सिंह, मुख्य प्रबंधक, क़ृषि सेवाए, इफको, रायपुर रहे ।कार्यक्रम मे आस -पास के गाँव से लगभग 500 कृषको ने भाग लिया।

श्री पाण्डेय ने किसानो से को बताया कि बेमेतरा जिले मे प्रतिवर्ष लगभग 28 लाख बोरे खाद का प्रयोग होता है, जिसमे तक़रीबन केंद्र सरकार द्वारा रु. 500 करोड़ का अनुदान सब्सिडी के रुप में दिया जाता है। अतः अगर हम रासायनिक खाद के प्रयोग को आधी कर दे तथा उसकी जगह नैनो उर्वरको का प्रयोग करें, तो जिले मे ही शासन का रु. 250 करोड़ अनुदान राशि का बचत किया जा सकता है।

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डॉ. आलोक तिवारी ने संतुलित उर्वरको के प्रयोग पर बळ दिया, तथा मृदा परीक्षण के पश्चात ही उर्वरक उपयोग हेतू किसानो को समझाइश दिया, उन्होंने इफको के उत्पादों खासकर नैनो उत्पादों को अत्यधिक गुणवत्तापूर्ण तथा कारगर बताया। डॉ. पी. के. तिवारी ने नैनो उर्वरको के उपयोग व भण्डारण को अत्यंत आसान बताया, । उन्होंने किसान भाईयो को इन उत्पादों के प्रयोग हेतू प्रेरित किया। श्री आर. एस. तिवारी ने नैनो तकनीक के बारे मे समझाते हुए बताया कि यह तकनीक पहले से रक्षा, दवाई तथा किटनाशक के क्षेत्र मे प्रयोग हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन दिनेश गाँधी, क्षेत्र अधिकारी, इफको,दुर्ग ने किया तथा धन्यवाद डॉ.एस.के.सिंह ने दिया।

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