कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में इंदौर संभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न
17 अक्टूबर 2024, इंदौर: कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में इंदौर संभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न – इंदौर संभाग में गत खरीफ की समीक्षा और आगामी रबी मौसम की तैयारियों के संबंध में आज संभागीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मोहम्मद सुलेमान ने की। बैठक में कृषि, सहकारिता, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, पशुपालन, डेयरी, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य पालन विभागों और इनसे जुड़ी संस्थाओं की योजनाओं, कार्यक्रमों और गतिविधियों की जिलेवार समीक्षा की गई।
बैठक में प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग श्री डी.पी. आहूजा, प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग श्री ई रमेश, सचिव कृषि कल्याण तथा कृषि विकास विभाग श्री एम सेल्वेंद्रन, संचालक कृषि विभाग श्री अजय गुप्ता, संभागायुक्त श्री दीपक सिंह, इंदौर कलेक्टर श्री आशीष सिंह, खरगोन कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, धार कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा, खंडवा कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह, बड़वानी कलेक्टर डा राहुल फटिंग, झाबुआ कलेक्टर श्रीमती नेहा मीणा, बुरहानपुर कलेक्टर श्रीमती भव्या मित्तल, अलीराजपुर कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर, समस्त जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सहित कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता, मत्स्य सहित अन्य विभाग के अधिकारी गण उपस्थित थे।
बैठक में श्री सुलेमान ने कहा कि कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिये नवाचार तथा अधिक से अधिक किसानों को आधुनिक तकनीक के साथ उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग की योजनाओं से भी जोड़ें । रबी सीजन 2024-25 में उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा में निर्देश दिये कि सभी जिलों में डीएपी को रिप्लेस्मेंट करने के लिए विशेष जागरूकता के प्रयास करें । किसानों को उर्वरक समय पर उपलब्ध हो इसके लिए उर्वरक वितरण सेंटरों की नियमित मॉनिटरिंग करें । डबल लॉक सेंटर पर राजस्व, कृषि और पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के दल द्वारा संयुक्त मॉनिटरिंग कर उर्वरक बिक्री केन्द्रों, निजी दुकानदारों की भी सतत निगरानी की जाये। पॉस मशीन से उर्वरक की उपलब्धता एवं विक्रय की नियमित मॉनिटरिंग की जाये। सोयाबीन का उपार्जन बेहतर तरीके कर किसानों का सत्यापन समय किया जाए । सोयाबीन खरीदी के समय गुणवत्ता की स्थिति तथा किसानों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास किए जाएं । प्रत्येक सोयाबीन उपार्जन केंद्र पर खरीदी के एक दिन पूर्व टीम भेज कर केन्द्र का निरीक्षण किया जाए । शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित हो।
श्री सुलेमान ने निर्देश दिये कि कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी एवं सुविधा मिले इसके लिये विशेष अभियान चलाया जाये। प्रत्येक जिले में कृषि अभियांत्रिकी, कृषि विभाग एवं केवीके के साथ बैठक आयोजित की जाए । बीज निगम की देनदारियों की समीक्षा में डीडीए धार को आवश्यक निर्देश दिये। फसलवार पंजीयन बीज उत्पादन कार्यक्रम की समीक्षा में संभाग में बीज प्रमाणीकरण कार्यों की विस्तृत समीक्षा के निर्देश दिए । उन्होंने मंडियों में फसल आवक एवं राजस्व प्राप्ति की समीक्षा के दौरान नियमित रूप से मंडियों का निरीक्षण करने तथा मंडी में आने वाले किसानों का फीडबैक लेते हुए उनकी समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी दिये। परम्परागत कृषि विकास योजना की समीक्षा में जिलेवार कृषि उत्पादन की साइंटिफिक स्टडी तैयार करने के निर्देश दिये।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने संभाग में मत्स्य पालन गतिविधियों , योजनाओं एवं कार्यों के क्रियान्वयन समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि आरएएस कल्चर, बॉयो फ्लोक, बेकयार्ड केस कल्चर की गतिविधियों का प्रत्येक जिले में क्रियान्वयन सुनिश्चित करें । प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से किसानों को जोड़ा जाये। किसान क्रेडिट कार्ड से अधिक से अधिक मत्स्य पालन हितग्राहियों को जोड़कर उन्हें लाभान्वित करने हेतु विशेष प्रयास करें । उन्होंने मछुआ समितियों के निर्वाचन एवं केसीसी की प्रगति भी सुनिश्चित की जाये।
बैठक में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि उद्यानिकी फसलों को बेहतर मार्केट मिले और निर्यात की स्थिति बेहतर तरीके से सुनिश्चित हो ,इसके लिये विशेष प्रयास किये जाएं । सब्जी, मसाला, पुष्प एवं फल संबंधी गतिविधियों से अधिक से अधिक किसानों को जोड़ें। उद्यानिकी फसलों के आर्थिक महत्व को नवाचारों के माध्यम से उद्यानिकी फसलों के आर्थिक महत्व की जानकारी किसानों को दी जाये तथा उन्हें उद्यानिकी फसलें लेने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। किसानों के उत्पाद को बेहतर मार्केट, प्रोसेसिंग यूनिट से जोड़ने के लिये विशेष पहल की जाये।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने सहकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि समितियों को बहुउद्देशीय रूप से उपयोगी बनाने के लिये विशेष प्रयास किये जाएं । अकार्यशील समितियों के परिसमापन अधीन की कार्रवाई सुनिश्चित करें । जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से टर्म लोन वितरण सुनिश्चित करें । उन्होंने ऋण वसूली की कम प्रगति पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक जिला झाबुआ की विस्तृत जांच के निर्देश दिये। पेक्स अंकेक्षण की प्रगति समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। सीसीबी बैंकों के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों को केसीसी ऋण प्रदान करने के निर्देश भी दिए ।
श्री सुलेमान ने पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग की समीक्षा में निर्देश दिये कि मुर्गी पालन एवं बकरी पालन की गतिविधियों से अधिक से अधिक हितग्राहियों को जोड़ें । इसके लिये समस्त जिला पंचायत सीईओ विशेष रूप से कार्य क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं । दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध संग्रहण की प्रगति बढ़ाते हुए अधिक से अधिक पशुपालकों को समितियों से जोड़ा जाये। उन्होंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग श्री डी.पी. आहूजा, प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग श्री ई रमेश,सचिव कृषि कल्याण तथा कृषि विकास विभाग श्री एम सेल्वेन्द्रम सहित विभागीय अधिकारीगण ने विभाग की प्रगति और योजनाओं के संबंध में जानकारी दी।
बैठक में इंदौर कलेक्टर श्री आशीष सिंह,खरगोन कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, धार कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा, खंडवा कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह, बडवानी कलेक्टर डा राहुल फटिंग, झाबुआ कलेक्टर श्रीमती नेहा मीणा, बुरहानपुर कलेक्टर श्रीमती भव्या मित्तल, अलीराजपुर कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर ने जिलों में विभागीय योजनाओं और कार्यों तथा नवाचारों के संबंध में अपनी बात कही। बैठक में प्लानटेक्स संस्था के श्री रॉब ने फार्मर एवं रिटेलर एप के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर संभाग के अलग-अलग जिलों के उन्नत कृषकों, एफपीओ संचालकों एवं विभिन्न गतिविधियों से जुड़े हितग्राहियों ने अपने अनुभव साझा किये। आभार संभागायुक्त श्री दीपक सिंह ने व्यक्त किया।
निमाड़ फ्रेश एफपीओ भी हुआ शामिल – कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा निमाड़ फ्रेश किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) खरगोन को भी इंदौर में आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक में आमंत्रित किया गया था। जिसमें श्री अभिषेक पाटीदार ने प्रतिनिधित्व करते हुए निमाड़ फ्रेश द्वारा मिर्च उत्पादन में अपनाई जा रही रसायन मुक्त खेती (IPM) की तकनीकों पर प्रकाश डाला और बताया कि निमाड़ फ्रेश एफपीओसे जुड़े 300 किसानों को रसायन मुक्त खेती, मृदा स्वास्थ्य और सुरक्षित उत्पादन के लिए जागरूक किया जा रहा है। सदस्य किसानों को एग्रोनोमी की सेवाओं के अलावा आईपीएम मिर्च की खरीद पर बोनस भी दिया जाता है। एफपीओ द्वारा मिर्च उत्पाद को यूरोप भेजने की तैयारी की जा रही है। इस पहल को बैठक में सराहा गया।
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