मूंग का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ होशंगाबाद – हरदा में
( प्रकाश दुबे)
11 जून 2021, होशंगाबाद । मूंग का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ होशंगाबाद – हरदा में – पिछले 2 माह से जब प्रदेश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा था , सभी गतिविधियां ठप्प हो गई थी ,मनुष्य अपनी जान बचाने के लिए घरों में ही कैद होकर इस संकट का सामना कर रहा था । ऐसे समय में चिकित्सा से जुड़े संस्थान एवं होशंगाबाद- हरदा जिले में मूंग उत्पादन से जुड़ी गतिविधियां ही चल रही थी . दोनों जिलों के किसानों ने 60 दिन की जायद में मूंग का रिकॉर्ड उत्पादन कर देश में तीसरी फसल की क्रांति ला दी है। रिकॉर्ड उत्पादन के साथ दोनों जिलों में रोजगार का सृजन हुआ है। संभाग के होशंगाबाद जिले में 2 लाख 8 हजार , हरदा में 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर में मूंग लगाई थी। औसत 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन हुआ . अभी तक इतने क्षेत्र में पहली बार मूंग बोई गई थी। होशंगाबाद जिले में 3 लाख 12 हजार एंव हरदा में 1 लाख 88 हजार मेट्रिक टन उत्पादन हुआ है जो कि अपने आप में रिकॉर्ड है। मूंग विक्रय पर होगी धनवर्षा। लगभग 5 लाख मैट्रिक टन मूंग समर्थन मूल्य में विक्रय होगी तो लगभग 3650 करोड़ की राशि दोनों जिलों के किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारेगी साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
कोरोना संक्रमण के कारण भारत मैं लॉक डाउन किसानों पर भारी
- 5 लाख मैट्रिक टन उत्पादन
- 15 क्विंटल अनु. उत्पादन प्रति हेक्ट.
- 30,000 अनुमानित व्यय 1 हेक्ट. में
- 60 दिन में फसल
- 3600 करोड़ आएंगे
- 7196 रु समर्थन मूल्य
- 3,33,000 हेक्ट.रकबा दोनों जिलों का
कृषि मंत्री के प्रयास
मूंग उत्पादक किसानों को तवा कमांड नहर से ग्रीष्मकालीन में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की बात हो या समर्थन मूल्य पर मूंग फसल खरीदी की किसानो के हितों को लेकर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल हरदम तैयार रहते हैं । अन्नदाताओं को सर्वोपरि मानने वाले श्री पटेल ने मूंग के रिकार्ड उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई सतत मूंग उत्पादक किसानों से संपर्क कर उनकी समस्या का निराकरण किया। भारत सरकार से लगातार सम्पर्क कर समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए तैयार किया है ।
विभाग की पहल
संभाग के संयुक्त संचालक कृषि श्री जितेंद्र सिंह बताते हैं कि पिछले 5 वर्षों में 70 हजार हेक्टर से बढ़कर 3 गुना इस बर्ष मूंग का रकबा है। ग्रीष्मकालीन मूंग के लिए अनुकूल परिस्थितियां से कृषकों का रुझान बढ़ा है । कोरोना कर्फ्यू में निरंतर प्रयास कर किसानों को समय पर खाद , उन्नत नवीन एवं अधिक उपज देने वाली किस्मों के बीज, कीटनाशक समय पर उपलब्ध करवाएं ।मूंग की रिकॉर्ड आमदनी से कृषकों के साथ ही कृषि क्षेत्र में लगने वाले मजदूर और व्यापारियों को भी अतिरिक्त आय प्राप्त होगी ।