राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान: फसल विविधिकरण से कृषि में स्थिरता और लाभ बढ़ाने पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

23 अक्टूबर 2024, भीलवाड़ा: राजस्थान: फसल विविधिकरण से कृषि में स्थिरता और लाभ बढ़ाने पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न – महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशालय के तहत राजस्थान के बीजोलिया में फसल विविधिकरण परियोजना पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि विस्तार अधिकारियों को फसल विविधिकरण के आधुनिक तरीकों और तकनीकों से परिचित कराना था, ताकि वे किसानों की मदद से कृषि को अधिक लाभप्रद और स्थिर बना सकें।

कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने फसल विविधिकरण के लाभ और इससे होने वाली कृषि स्थिरता पर चर्चा की। परियोजना प्रभारी डॉ. हरि सिंह ने बताया कि फसल विविधिकरण जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और मिट्टी की सेहत सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। श्री उदय लाल कोली ने फसल विविधिकरण से होने वाले आर्थिक लाभों पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को एकल फसल प्रणाली के जोखिम से बचने और आय बढ़ाने के लिए विविधिकरण की ओर बढ़ना चाहिए।

कार्यक्रम में एक्सीलेंस सेंटर फॉर हॉर्टिकल्चर के उपनिदेशक डॉ. तारेश कुमार ने सब्जियों में विविधिकरण के तहत प्रबंधन प्रथाओं पर जानकारी दी, जबकि कृषि अधिकारी श्रीमती सोनिया सिलवाटिया ने वैज्ञानिकों और किसानों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

इस कार्यक्रम में किसानों को सरकारी योजनाओं की जानकारी और पशुधन के स्वास्थ्य प्रबंधन पर भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। पशु चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. सचिन ने पशुओं में बीमारियों के प्रबंधन के बारे में व्याख्यान दिया।

प्रशिक्षण के अंत में प्रतिभागियों ने अपने क्षेत्रों में इस ज्ञान को लागू करने की उत्सुकता व्यक्त की, ताकि फसल विविधिकरण के जरिए किसानों की आय और कृषि स्थिरता को बढ़ाया जा सके।

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