राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान: कृषक संवाद में किसानों की समस्याओं पर गंभीर मंथन, जैविक खेती और डेयरी पर जोर

12 सितम्बर 2024, जयपुर: राजस्थान: कृषक संवाद में किसानों की समस्याओं पर गंभीर मंथन, जैविक खेती और डेयरी पर जोर – राजस्थान के किसान आयोग के अध्यक्ष श्री सी आर चौधरी ने बुधवार को डूंगरपुर में आयोजित कृषक संवाद कार्यक्रम में किसानों से सीधा संवाद किया। राजमाता विजयराजे सिंधिया ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में किसानों ने उत्साहपूर्वक अपनी समस्याएं और सुझाव रखे, जिन पर सरकार द्वारा समाधान का आश्वासन दिया गया।

श्री चौधरी ने कहा कि किसानों का आर्थिक उन्नयन सरकार की प्राथमिकता है और किसान संवाद कार्यक्रम के माध्यम से उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान किया जाएगा। उन्होंने डेयरी प्लांट लगाने, जैविक खेती को बढ़ावा देने, और फसल बीमा के मुद्दों पर किसानों के सुझावों को गंभीरता से लिया।

जैविक खेती और फसल बीमा पर जोर

किसानों ने जैविक खेती के लिए अलग मंडी की मांग की, जिस पर चौधरी ने सरकारी प्रयासों का आश्वासन दिया। उन्होंने भीखा भाई नहर परियोजना के विस्तार और मुआवजे से जुड़े मुद्दों को भी उच्च स्तर पर ले जाने का वादा किया। साथ ही, उन्होंने राज्य सरकार की किसान सम्मान निधि में 2000 रुपये के अतिरिक्त सहयोग की सराहना की।

श्री चौधरी ने छोटे और सीमांत किसानों को फलदार वृक्ष लगाने, पोल्ट्री फार्म और पशुपालन जैसे उपायों से अपनी आय बढ़ाने के सुझाव दिए। वहीं, जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने सरकार की योजनाओं और फसल बीमा के लाभों की जानकारी दी।

किसानों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव

कार्यक्रम के दौरान किसानों ने चारदिवारी बनवाने, बड़े डेयरी प्लांट स्थापित करने, और फसल बीमा को बेहतर बनाने जैसे सुझाव दिए। इसके साथ ही, जैविक खेती को पाठ्यक्रम में शामिल करने और सिंचाई के लिए नहरों के विस्तार पर भी जोर दिया गया।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements