राजस्थान: कृषि विज्ञान केन्द्र बूंदी में प्रक्षेत्र दिवस आयोजित, किसानों को मिली कोटा उड़द-4 किस्म की जानकारी
17 सितम्बर 2025, भोपाल: राजस्थान: कृषि विज्ञान केन्द्र बूंदी में प्रक्षेत्र दिवस आयोजित, किसानों को मिली कोटा उड़द-4 किस्म की जानकारी – आदर्श दलहन ग्राम योजना के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, बूंदी द्वारा तहसील हिण्डोली के गांव फालेण्डा में उड़द की फसल की उन्नत किस्म कोटा उड़द-4 पर क्लस्टर प्रदर्शन लगाया गया। इसी के तहत मंगलवार को गांव में प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें गांव के 48 प्रगतिशील किसानों और महिला कृषकों ने भाग लिया।
इस मौके पर केन्द्र के कीट विशेषज्ञ प्रो. हरीश वर्मा ने बताया कि किसानों के खेतों में उड़द की फसल को एकीकृत फसल प्रबंधन तकनीक से उगाया गया है। इन तकनीकों के परिणामों और किसानों के अनुभवों को गांव के अन्य किसानों तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि आदर्श दलहन ग्राम (एमपीवी) योजना का उद्देश्य दलहन की पैदावार और उत्पादकता में बढ़ोतरी करना, देश को दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना और उन्नत व टिकाऊ कृषि तकनीकों का प्रचार करना है।
कोटा उड़द-4: रोग प्रतिरोधी और अधिक उपज देने वाली किस्म
इस अवसर पर कार्यक्रम की नोडल अधिकारी इंदिरा यादव ने जानकारी दी कि कोटा उड़द-4 एक मध्यम अवधि में पकने वाली किस्म है, जिसके दाने मोटे, भूरे और आकर्षक होते हैं। इसके पौधे अर्ध-सीधे और फलियाँ रोमयुक्त होती हैं। यह किस्म पीत चितकबरा और सर्कोस्पोरा पत्ती धब्बा जैसे रोगों के प्रति मध्यम रूप से प्रतिरोधी है। यह 75 से 80 दिन में पककर तैयार हो जाती है और औसतन 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है।
कार्यक्रम में किसानों को रबी मौसम में लगाई जाने वाली उद्यानिकी फसलों की जानकारी भी दी गई, जिससे वे वैकल्पिक खेती के जरिए अपनी आय बढ़ा सकें।
स्थानीय नेतृत्व और तकनीकी सहयोग से कार्यक्रम रहा सफल
प्रक्षेत्र दिवस के दौरान गांव के वार्ड पंच राजू लाल मीणा ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रदर्शन गांव के किसानों के लिए बहुत लाभकारी हैं। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा दी जा रही तकनीकी सहायता की प्रशंसा की। कार्यक्रम में दलहन तकनीकी सहायक विजेन्द्र कुमार वर्मा और दुर्गा सिंह सोलंकी ने भी सहयोग प्रदान किया।
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