मप्र में दीर्घावधि औसत से 0.5 प्रतिशत अधिक हुई सामान्य वर्षा
20 अक्टूबर 2021, इंदौर । मप्र में दीर्घावधि औसत से 0.5 प्रतिशत अधिक हुई सामान्य वर्षा – इस साल के मानसून सत्र की औपचारिक विदाई तो 30 सितंबर को हो गई, लेकिन मप्र में बारिश का सिलसिला अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक जारी है। हालांकि मप्र के कई जिलों से मानसून की विदाई की शुरुआत हो गई है। मप्र के लिए राहत की बात यह रही कि यहां मप्र में दीर्घावधि औसत से 0.5 प्रतिशत अधिक हुई सामान्य वर्षा हुई है।
मौसम विभाग द्वारा मप्र के ग्वालियर, मुरैना, श्योपुरकला और नीमच जिलों से मानसून की विदाई की घोषणा 8 अक्टूबर को की गई, जो सामान्य तिथि (30 सितंबर) से 8 दिन विलम्ब से हुई, जबकि भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, मंदसौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, धार, इंदौर, आगर, देवास, शाजापुर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी जिलों तथा सागर, रीवा, भोपाल और शहडोल संभागों के जिलों से 9 अक्टूबर को सामान्य तिथि (5 अक्टूबर) से 4 दिन विलम्ब से की गई।
इस वर्ष मप्र में +60 प्रतिशत या इससे अधिक वर्षा वाले जिलों में श्योपुर, शिवपुरी और गुना शामिल रहे, जबकि +20 प्रतिशत से +59 प्रतिशत की श्रेणी वाले जिलों में नीमच, आगर मालवा, राजगढ़, शाजापुर, अशोकनगर, विदिशा, भिंड और सिंगरौली ने नाम दजऱ् कराया। मप्र में अधिकांश जिलों में सामान्य वर्षा (+19 प्रतिशत से -19 प्रतिशत) हुई।
इस श्रेणी में मुरैना, ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, सागर, सतना, रीवा, सीधी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, मंडला, डिंडौरी, रायसेन, भोपाल, सीहोर, नरसिंहपुर, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, झाबुआ, अलीराजपुर, इंदौर, देवास, बड़वानी ,खरगोन, खंडवा, हरदा, बैतूल और छिंदवाड़ा जिले शामिल हैं। जबकि कम वर्षा (-20 प्रतिशत से -59 प्रतिशत ) की श्रेणी में धार, होशंगाबाद, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी और बालाघाट जिले दजऱ् किए गए ।