रायपुर कृषि विश्व विद्यालय में हुआ आम महोत्सव
15 जून 2024, रायपुर: रायपुर कृषि विश्व विद्यालय में हुआ आम महोत्सव – इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, छत्तीसगढ़ शासन तथा प्रकृति की ओर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में 12 से 14 जून तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव का समापन हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि संभागायुक्त रायपुर एवं महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, मर्रा, पाटन के कुलपति डॉ. संजय अलंग थे। समारोह की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में संचालक उद्यानिकी श्री एस. जगदीशन उपस्थित थे। समापन समारोह में डॉ. संजय अलंग ने बताया कि इस राष्ट्रीय आम महोत्सव
में देश भर के 600 से अधिक कृषक प्रतिभागियों द्वारा आम की 350 विभिन्न किस्मों के दो हजार से अधिक फल रखे गए थे। तीन दिनी आयोजन के दौरान लगभग 5 लाख रूपये के आम एवं पौधों की बिक्री हुई है। उन्होंने इस सफल आयोजन हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, प्रशासनिक अधिकारियों, वैज्ञानिकों तथा आयोजन समिति के सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि आम महोत्सव में लगाई गई आम प्रदर्शनी को देखने हजारों लोग आए। महोत्सव के दौरान आम की किस्मों तथा व्यंजनों पर केन्द्रित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। डॉ. चंदेल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा आगामी वर्ष इस आम महोत्सव को और भी भव्य तथा विस्तृत रूप में आयोजित किया जाएगा।
संचालक उद्यानिकी श्री एस. जगदीशन ने बताया कि छत्तीसगढ़ की आबोहवा आम की खेती के लिए काफी उपयुक्त है। राज्य की 46 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि में लगभग ढ़ाई लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फलों की खेती की जा रही है, जिसमें एक लाख हेक्टेयर रकबे में आम का उत्पादन हो रहा है। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाली उत्कृष्ट संस्थाओं को भी सम्मानित किया गया। समापन समारोह में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री जी.के. निर्माम, संचालक अनुसंधान डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, प्रकृति की ओर संस्था के अध्यक्ष श्री मोहन वर्ल्यानी सहित बड़ी संख्या में प्रगतिशील कृषक उद्यानिकी अधिकारी , कृषि वैज्ञानिक , कृषि छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।