राज्य कृषि समाचार (State News)

सिंचाई के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश

29 जनवरी 2025, भोपाल: सिंचाई के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश – सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश निरंतर आगे बढ़ रहा है। बीते वर्ष में जहां एमपी में इस क्षेत्र में जहां नया अध्याय लिखा गया था वहीं इस नये वर्ष 2025 में भी राज्य की सरकार ने सिंचाई के क्षेत्र को ओर गति देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बता दें कि सबसे ज्यादा फिक्र अपने अन्नदाता की रहती है

मध्यप्रदेश सरकार किसान हितैषी सरकार है। इसे सबसे ज्यादा फिक्र अपने अन्नदाता की रहती है। सरकार निरंतर हर खेत तक पानी पहुंचाने के कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और जल संसाधन मंत्री   तुलसीराम सिलावट के नेतृत्व में प्रदेश के जल संसाधन विभाग की विभिन्न वृहद, मध्यम एवं सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से मध्य-प्रदेश में निरंतर सिंचाई का रकबा बढ़ रहा है। किसान पहले दो फसल ले पाते थे, अब तीसरी फसल भी लेने लगे हैं। साथ ही कृषि उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। प्रदेश की धरती सुजलाम सुफलाम हो रही है।

सरकार के निरंतर प्रयासों से प्रदेश में सिंचाई के रकबे में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। वर्ष 2003 में जहां प्रदेश का सिंचाई रकबा लगभग 3 लाख हेक्टेयर था, आज बढ़कर लगभग 50 लाख हेक्टेयर हो गया है। प्रदेश की निर्मित और निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं से प्रदेश में वर्ष 2025-26 तक सिंचाई का रकबा लगभग 65 लाख हेक्टेयर होने की संभावना है। सरकार ने वर्ष 2028-29 तक प्रदेश की सिंचाई क्षमता 1 करोड़ हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और उसके लिए प्रदेश में तेज गति से कार्य किया जा रहा है। सरकार ने विभाग के लिए बजट में भी पर्याप्त राशि का प्रावधान किया है। वर्ष 2024-25 के बजट में सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण एवं संधारण के लिए 13 हजार 596 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

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