मध्यप्रदेश में हल्की वर्षा की संभावना
01 अक्टूबर 2025, इंदौर: मध्यप्रदेश में हल्की वर्षा की संभावना – मौसम केंद्र , भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन , रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में कहीं- कही, ग्वालियर ,चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज़ की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा।
वर्षा के प्रमुख आंकड़े ( मि मी में ) : – बिछिया 42.8, ग्वालियर 30.4, मोहनगढ़ 30.0, रामनगर 18.4, भैंसदेही 18.0, कोलारस 14.0, राजनगर 13.4, भि तरवार 13.3, बड़ौदा 12.2,गोरमी 12.0, मझौली 12.0, झार्डा 12.0, इंदरगढ़ 10.0, पिपलोदा 10.0, भाभरा 8.3, बड़ौद 8.0, मटी यारी 8.0, धुंधड़का 8.0, मवई 7.2, भिंड 7.0, खकनार 7.0, आरोन 7.0, मझगांव7.0, मेहगांव 6.0, मोहगांव 5.3, सोंडवा 5.0, मऊ 5.0, भावगढ़ 5.0, त्योंथर 5.0, सिरोंज 5.0, डिंडोरी 4.2, अजयगढ़ 4.2, बि लासपुर 4.2, आली राजपुर 4.0, अंबाह 4.0, रावटी 4.0,करकेली 3.2, अशोकनगर 3.0, नेपानगर 3.0, बदनावर 3.0, अमरपाटन 3.0, गाडरवारा 3.0, जावरा 3.0, आलोट 3.0, जवा 3.0, पाटी 2.0, पानसेमल 2.0, गोहद 2.0, डही 2.0, महू 2.0, खनिया धाना 2.0, उमरेठ 1.8, दतिया 1.6, नौरोजाबाद 1.6, श्योपुर 1.4, जुन्नार देव 1.2, ईसागढ़ 1.0, सेंधवा 1.0, निवाली 1.0, लहार 1.0, कोलार 1.0, गौरीहार 1.0, मंदसौर1.0, मल्हारगढ़ 1.0, अलीपुर 1.0, पचमढ़ी 1.0, ताल 1.0, टीकमगढ़ 1.0, बड़ागांव धसान 1.0, मंडला 0.6, सागर 0.4, बुरहानपुर 0.2, मोहखेड़ 0.1 मिमी वर्षा दर्ज़ की गई। मुरैना और आगर में झोंकेदार हवाएं चली। 1 जून से 30 सितंबर तक दीर्घावधि औसत से मध्यप्रदेश में 21 % अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मप्र में औसत से 17 % अधिक तथा पश्चिमी मप्र में औसत से 25 % अधिक वर्षा हुई है।
मौसमी परिस्थितियां – दक्षिण -पश्चिम मानसून की वापसी रेखा , वेरावल, भरूच , उज्जैन , झांसी और शाहजहांपुर से होकर गुजर रही है।एक सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र कच्चा की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों पर अवस्थित है l इससे जुड़ा चक्रवातीय परिसंचरण मध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। एक ट्रफ कच्छ की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों पर बने सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र से जुड़े उपरोक्त चक्रवातीय परिसंचरण से मध्य प्रदेश के मध्य भागों से होते हुए दक्षिण -पूर्व उत्तर प्रदेश तक विस्तृत है। एक अन्य ट्रफ कच्छ की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों पर बने सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र से जुड़े चक्रवातीय परिसंचरण से उत्तर – पश्चिम राजस्थान तक विस्तृत है। आज उत्तरी अंडमान सागर में एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय होने से 1 अक्टूबर 2025 के आसपास बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक निम्न दाब क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके पश्चिम – उत्तर – पश्चिम की ओर बढ़ने और 2 अक्टूबर के आसपास पश्चिम – मध्य और उससे सटे उत्तर – पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक अवदाब में परिवर्तित होने की संभावना है।
पूर्वानुमान – मौसम केंद्र ने रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन , बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर,रतलाम, उज्जैन , देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच जिलों में कहीं -कहीं ,भोपाल, विदिशा , राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर , दतिया , भिंड , मुरैना, श्योपुर कलां, सिंग रौली, सीधी,रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना , दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्ना जिलों में कुछ स्थानों पर तथा अनुपपुर, शहडोल, उमरिया , डिंडोरी , सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा होने या गरज- चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
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