राज्य कृषि समाचार (State News)

कामधेनु योजना: डेयरी इकाई स्थापित करने पर सरकार दे रही 33% तक सब्सिडी, ऐसे करें आवेदन

12 दिसंबर 2025, भोपाल: कामधेनु योजना: डेयरी इकाई स्थापित करने पर सरकार दे रही 33% तक सब्सिडी, ऐसे करें आवेदन – दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों की लगातार बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत मुख्यमंत्री उद्यमिता विकास कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश में संगठित डेयरी उद्योग को बढ़ावा देना और पशुपालकों की आय में वृद्धि करना है।

उपसंचालक पशु चिकित्‍सा सेवाएं द्वारा बताया गया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत 25 दुधारू पशुओं की डेयरी इकाइयाँ स्थापित की जाएंगी। हर इकाई में या तो समस्त गौवंश या समस्त भैसवंश के पशु रखे जा सकेंगे, और सभी पशु एक ही प्रजाति के होने अनिवार्य होंगे। इकाई की अधिकतम लागत रु. 42 लाख निर्धारित की गई है। योजना के लिए चयन में उन्हीं पशुपालकों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो वर्तमान में दुग्ध संघों को दूध प्रदाय कर रहे हैं, या जिनकी इकाइयाँ प्रचलित अथवा नई मिल्क रूट पर स्थित हैं। साथ ही, लाभार्थी के पास कम से कम 3.50 एकड़ कृषि भूमि होना आवश्यक है।

Advertisement
Advertisement

 योजना में गौवंशीय गिर, साहीवाल, थारपारकर, रेड सिंधी तथा हॉलस्टीन फ्रीजियन/जर्सी संकर तथा  भैंसवंशीय में मुर्रा, सूरती, मेहसाना व भड़ावरी प्रजातियों को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा लाभार्थियों को सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। जिसमें एससी, एसटी श्रेणी में परियोजना लागत का 33 प्रतिशत तथा  अन्य श्रेणी में परियोजना लागत का 25 प्रतिशत प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत लाभ उठाने के इच्छुक पशुपालकों के लिए किसी भी सरकारी या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था से डेयरी फार्मिंग का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य किया गया है। अधिक जानकारी और आवेदन की प्रक्रिया के लिए इच्छुक लाभार्थी अपने निकटतम पशु चिकित्सालय से संपर्क कर सकते हैं।

Advertisements
Advertisement3
Advertisement

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement