राज्य कृषि समाचार (State News)

अरहर की पूसा-16 वैरायटी एवं परंपरागत बीज के तुलनात्मक अध्ययन हेतु झाबुआ जिले का चयन

23 अक्टूबर 2024, झाबुआ: अरहर की पूसा-16 वैरायटी एवं परंपरागत बीज के तुलनात्मक अध्ययन हेतु झाबुआ जिले का चयन – संभाग स्तरीय एपीसी की बैठक मे कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मोहम्मद सुलेमान द्वारा संभाग में अरहर की पुसा-16 वेरायटी एवं परम्परागत बीज के तुलनात्मक अध्ययन हेतु केस स्टडी के लिए झाबुआ जिले का चयन किया गया । कलेक्टर नेहा मीना द्वारा केस स्टडी किये जाने हेतु दल का गठन कर तैयारियों के  संबंध में बैठक ली  गई । कलेक्टर ने बताया कि जिले मे इस वर्ष अरहर का लगभग 235 एकड़ रकबा है जिसमें  पूसा -16 और परंपरागत बीज  दोनों  ही प्रकार के  बीजों  का प्रयोग किया गया है, जिससे तुलनात्मक अध्ययन करने में आसानी होगी।

कलेक्टर ने बताया कि  पूसा -16 के सैद्धान्तिक अध्ययन से प्राप्त जानकारी अनुसार इसका मैच्योरिटी समय 120 दिन है और  बीमारियों से लड़ने की क्षमता है। प्रायोगिक स्तर पर  परंपरागत  बीज और  पूसा -16 की उत्पादकता हेतु तुलनात्मक अध्ययन आवश्यक है। कलेक्टर द्वारा 50-50 किसानों का चयन कर अध्ययन करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने  कहा कि चयनित रकबों की भौगोलिक स्थिति एक जैसी हो जिससे किसी बाह्य कारक का प्रभाव  दोनों  पर होने से अध्ययन प्रामाणिक हो सके। अध्ययन के लिए आवश्यक प्रश्नावली तैयार  करें  जिसमें  व्यक्तिगत कृषकों एवं समूह  में  कृषकों के माध्यम अध्ययन किया जाए।

Advertisement
Advertisement

कलेक्टर ने बताया कि झाबुआ जिला दो कृषि जलवायु क्षेत्र जोन में आता है, इस प्रकार के अध्ययन से  दोनों कृषि जलवायु क्षेत्र का भी तुलनात्मक अध्ययन हो पाएगा। साथ ही इस केस स्टडी का रिसर्च पेपर पब्लिश किया जाएगा। इस दौरान उप संचालक कृषि श्री नगीन रावत, उप संचालक कृषि आत्मा श्री जी.एस.त्रिवेदी, कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी श्री जगदीश मौर्य, समस्त विकास खंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement