राज्य कृषि समाचार (State News)

गोगावां फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने प्रदेश में स्वयं का वेयरहाउस बनाया

27 दिसंबर 2024, भोपाल: गोगावां फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने प्रदेश में स्वयं का वेयरहाउस बनाया – मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के गोगावां फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी   ने प्रदेश में स्वयं का वेयरहाउस बनाया है। गोगावां फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी जो केवल 10 किसानों से शुरू हुई थी। आज मध्य प्रदेश में किसानों के लिए प्रगति और समृद्धि के नए आयाम स्थापित कर रही है।

गोगांवा एफपीओ के लिए नाबार्ड भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा वर्ष 2020 से 2023 के लिए 11.16 लाख रुपये ग्रांट प्रदान की गयी। साथ ही, व्यवसाय बढ़ाने के लिए 05 लाख रुपये की बिज़नेस डेवलपमेंट असिस्टेंस दी गयी। बाद में एफपीओ के स्वयं गोडाउन के लिए 30 लाख रुपये वेयरहाउस सब्सिडी भी नाबार्ड द्वारा दी गई। कंपनी का खुद का 50 हजार क्विंटल क्षमता वाला वेयरहाउस किसानों के लिए एक अनमोल सुविधा साबित हो रहा है। इस एफपीओ ने सबसे पहले अपना खुद का वेयरहाउस स्थापित किया, जो न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश में किसी भी एफपीओ द्वारा स्थापित किया गया पहला स्वयं का वेयरहाउस था।

गोगावां एफ़पीओ में प्रोफेशनलिज्म एवं सामूहिक निर्णय प्रणाली को सुनिश्चित करने के लिए नाबार्ड भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के उच्च अधिकारी एवं डीडीएम खारगोन द्वारा समय-समय पर एफ़पीओ का मार्गदर्शन किया गया हैं। एफ़पीओ में व्यावसायिकता बनाए रखने के लिए नाबार्ड द्वारा सदस्य संख्या, शेयर कैपिटल, टर्नओवर जैसे मापदंडो पर विशेष ध्यान दिया गया। साथ ही एफ़पीओ को जिले के कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, बैंक इत्यादि से जोड़ा गया। गोगावां एफपीओ ने किसानों की दो प्रमुख समस्याओं-पर्याप्त बाजार की उपलब्धता और फसल मूल्य की अनिश्चितता का स्मार्ट समाधान प्रदान किया है। कंपनी बुवाई के समय ही किसानों को उनके फसल का मूल्य तय कर देती है। साथ ही यह सुनिश्चित करती है कि किसान अपनी पूरी फसल एफपीओ को उसी मूल्य पर वापस बेच सकें। यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचने का सुरक्षा कवच मिलता है। कंपनी ने 11 प्रकार की फसलों पर काम शुरू किया है। जिसमें भिंडी, मूंग, ज्वार, चना, ग्वार, चवली, टमाटर, मिर्च, कॉटन, मक्का और स्वीट कॉर्न जैसे विकल्प शामिल हैं।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements