PAU केवीके रोपड़ में पांच दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न: युवाओं ने सीखा मधुमक्खी पालन व मशरूम उत्पादन तकनीक
30 जून 2025, रूपनगर: PAU केवीके रोपड़ में पांच दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न: युवाओं ने सीखा मधुमक्खी पालन व मशरूम उत्पादन तकनीक – पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना के अधीन कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) रोपड़ में “युद्ध नशे के विरुद्ध” अभियान के तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन पर पांच दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण 16 से 20 जून और 23 से 27 जून 2025 तक दो चरणों में आयोजित किया गया।
यह पहल जिला प्रशासन और रूपनगर के कौशल एवं रोज़गार विभाग के सहयोग से नशा पीड़ित युवाओं को एक नई दिशा देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। प्रशिक्षण का मकसद युवाओं को व्यावहारिक और रोजगारपरक कौशल देना था, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।
मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन का दिया प्रशिक्षण
केवीके रोपड़ के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सतबीर सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में युवाओं को मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन के बारे में शुरू से लेकर मार्केटिंग तक की पूरी जानकारी दी गई। मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण डॉ. उर्वी शर्मा (सहायक प्रोफेसर, प्लांट प्रोटेक्शन) द्वारा दिया गया। इसमें मधुमक्खी के छत्तों की देखभाल, मौसमी प्रबंधन और शहद उत्पादन की तकनीकें सिखाई गईं।
मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण डॉ. संजीव आहूजा (एसोसिएट प्रोफेसर, वेजिटेबल साइंस) ने दिया। उन्होंने बटन, ढिंगरी और शिटाके मशरूम की पैदावार, पैकिंग, भंडारण और बाजार में बेचने की प्रक्रिया समझाई। इसके अलावा गर्मियों के मौसम में मशरूम उत्पादन की तकनीक भी बताई गई। खाद तैयार करना, स्पॉनिंग, बैगिंग, केसिंग आदि प्रक्रियाओं का भी प्रदर्शन किया गया।
प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों ने इस अवसर के लिए आयोजकों का आभार जताया और कहा कि इस पहल से उन्हें नया आत्मविश्वास और रोजगार का रास्ता मिला है। यह कार्यक्रम युवाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
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