राज्य कृषि समाचार (State News)

उज्जैन में पांच दिवसीय कृषि सखी प्रशिक्षण संपन्न

11 सितम्बर 2025, उज्जैन: उज्जैन में पांच दिवसीय कृषि सखी प्रशिक्षण संपन्न – कृषि विज्ञान केंद्र एवं कृषि विभाग उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में 50 कृषि सखियों हेतु राष्ट्रीय मिशन प्राकृतिक खेती पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 28 अगस्त से 1 सितंबर तक कृषि विज्ञान केंद्र, उज्जैन में डॉ ए के दीक्षित ,प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि  जयति सिंह , मुख्य कार्यपालन अधिकारी , जिला पंचायत, उज्जैन  थीं। इस मौके पर श्री यू एस तोमर , उप संचालक कृषि ,उज्जैन, श्री के एस केन ,परियोजना संचालक आत्मा ,डॉ एस के  सिंह, डॉ रेखा तिवारी ,डॉ आशीष बोबड़े,डॉ मोनी सिंह ,श्री भगवान अर्गल सहित वैज्ञानिक , अधिकारी एवं किसान  मौजूद  थे।

मुख्य अतिथि  सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्राकृतिक खेती किसानों के लिए आत्मनिर्भरता का मार्ग है। इससे उत्पादन लागत घटती है , मिट्टी  की उर्वरा शक्ति बढ़ती है और उपभोक्ताओं को सुरक्षित , पोषक और  स्वास्थ्यवर्धक आहार प्राप्त होता है। प्रशिक्षण के दौरान डॉ सविता कुमारी ने बीजामृत , जीवामृत , घनजीवामृत एवं  वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने एवं उपयोग की तकनीक पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही फसलों को कीटों एवं रोगों से सुरक्षित रखने वाले नीमास्त्र , ब्रह्मास्त्र तथा दशपर्णी काढ़ा जैसे  प्राकृतिक  कीटनाशकों  की  विधि एवं उनके प्रयोग के बारे में बताया। डॉ हंसराज जाटव वैज्ञानिक ( विस्तार ) ने प्रकृति खेती से उत्पादित फसलों के विपणन एवं मूल्य संवर्धन की  संभावनाओं पर प्रकाश डाला।

इस प्रशिक्षण में जिले के प्रगतिशील किसानों ने भी अपने अनुभव साझा  किए , जिनमे श्री योगेंद्र कौशिक ग्राम अजड़ावदा , श्री हकम सिंह ग्राम  बुचाखेड़ी एवं श्री गिरधारीलाल ग्राम गिनोदा प्रमुख रहे। किसानों ने बताया कि प्राकृतिक खेती अपनाने से उनकी मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ी है , उत्पादन लागत घटी है , उपज का स्वाद और बाजार मूल्य दोनों बेहतर हुए हैं। अंत में सभी प्रतिभागी कृषक सखियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।  कार्यक्रम का संचालन डॉ सविता कुमारी ने किया।

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