राज्य कृषि समाचार (State News)पशुपालन (Animal Husbandry)

10 या उससे अधिक गाय पालने वाले किसानों को आर्थिक अनुदान

14 नवंबर 2024, भोपाल: 10 या उससे अधिक गाय पालने वाले किसानों को आर्थिक अनुदान – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने  कहा कि अब बुजुर्ग और अपाहिज गायों की देखभाल कांजी हाउस की जगह गौ-शालाओं में की जाएगी। साथ ही, 10 या उससे अधिक गाय पालने वाले किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक अनुदान दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश में गौ-पालकों को क्रेडिट कार्ड भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिलेगी। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रत्येक गाय के आहार की राशि दोगुनी कर दी जाएगी। अगले पशु गणना में प्रदेश को पहले स्थान पर लाने का लक्ष्य रखा गया है। डॉ. यादव ने गौ-वध को रोकने के लिए सख्त कानून की घोषणा की, जिसके तहत दोषी पाए जाने पर 7 वर्ष की सख्त सजा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गौ-वंश संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे मध्यप्रदेश को गौ-वंश के क्षेत्र में समृद्ध बनाया जा सके।

Advertisement
Advertisement

मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि प्रदेश के 51,000 से अधिक गाँवों में दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर मध्यप्रदेश को देश में प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने दुग्ध सहकारिता को और सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के साथ अनुबंध का भी जिक्र किया, जिससे राज्य में दुग्ध उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।  सरकार ने गौ-पालन को प्रोत्साहन देने के लिए गौ-शालाओं को प्रति गाय 40 रुपये का अनुदान देने का निर्णय लिया है, जो पहले 20 रुपये था। इसके अलावा, 10 या उससे अधिक गाय पालने वालों को भी अनुदान दिया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में बड़ी गौ-शालाएं स्थापित करने की भी योजना है, जहां 5,000 से 10,000 गायों के लिए व्यवस्था होगी।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement