राज्य कृषि समाचार (State News)

आंदोलनरत किसानों के बीच पहुंची महिला पहलवान विनेश फोगाट

कहा- मुझे गर्व है कि वह किसान के परिवार में पैदा हुई

04 सितम्बर 2024, नई दिल्ली: आंदोलनरत किसानों के बीच पहुंची महिला पहलवान विनेश फोगाट – शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के बीच महिला पहलवान विनेश फोगाट पहुंची और आंदोलन को अपना समर्थन दिया। उन्होंने किसानों के आंदोलन को राजनीति से परे बताया और यह भी कहा कि उन्हें गर्व है कि वे किसान के परिवार में पैदा हुई। बता दें कि बीते दो सौ दिनों से शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे है। ओलंपियन रेसलर और महिला पहलवान विनेश ने कहा है कि किसानों को अपने अधिकारों के प्रति खड़े होने का अधिकार है और वे उनका समर्थन करती है। विनेश ने यह भी कहा है कि हम सभी को अपने अधिकारों के प्रति लड़ने की जरूरत है और वे किसानों के साथ खड़ी है। बताया जाता है कि आंदोलनरत किसानों ने महिला पहलवान का सम्मान भी किया। उन्होंने यह भी कहा है कि भले ही किसान लंबे समय से एक ही जगह पर बैठकर आंदोलन कर रहे हो लेकिन उनकी ऊर्जा अभी भी कम नहीं हुई है। विनेश ने किसानों से कहा कि वे यही प्रार्थना करती है कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। हालांकि महिला पहलवान ने यह भी कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जाती है तब तक उन्हें वापस नहीं लौटना चाहिए।

जवाब में विनेश ने कहा- क्यों नहीं..

यह पूछे जाने पर कि क्या आंदोलन करने पर हरियाणा के किसानों का वह समर्थन करेंगी। इसके जवाब में विनेश ने कहा- क्यों नहीं… देश के किसान परेशान हैं और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। उनकी समस्याओं का समाधान करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। उनका संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा, मुझे इस बात का पूरा भरोसा है।

मीडिया से उन्होंने कहा कि आंदोलन के 200 दिन हो गए हैं। किसान यहां बैठे हैं. यह देखकर दुख होता है । किसान इस देश के नागरिक हैं। किसान देश को चलाते हैं।  उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, एथलीट भी नहीं…यदि वे हमें खाना नहीं खिलाएंगे, तो हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें सुना जाए. उनकी मांग पर विचार किया जाए. अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश आगे नहीं बढ़ेगा।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements