बिजली कम्पनी के शेड्यूल परिवर्तन का किसान कर रहे विरोध
13 नवंबर 2021, इंदौर । बिजली कम्पनी के शेड्यूल परिवर्तन का किसान कर रहे विरोध – पश्चिम क्षेत्र विद्युत् वितरण कम्पनी द्वारा मनमाने तरीके से सिंचाई के लिए बिजली वितरण का शेड्यूल बदल दिए जाने का अंचल में पुरज़ोर विरोध हो रहा है। भारतीय किसान संघ मालवा-निमाड़ प्रान्त की खरगोन और धार जिले की इकाइयों द्वारा इसके विरोध में ज्ञापन देकर धरना प्रदर्शन भी किया।
नागझिरी प्रतिनिधि श्री राजीव कुशवाह के अनुसार पश्चिम क्षेत्र विद्युत् वितरण कम्पनी द्वारा मनमाने तरीके से सिंचाई के लिए बिजली वितरण का शेड्यूल बदल दिए जाने के विरोध में नागझिरी के विद्युत् उप केंद्र पर श्री राजेंद्र कुशवाह, गगन कुशवाह सहित कई किसानों ने धरना देकर नारे लगाए और सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली देने की मांग की गई। भारतीय किसान संघ मालवा -निमाड़ प्रान्त के बैनर तले दसनावल और घुघरियाखेड़ी केंद्र पर भी धरना दिया गया। भाकिसं के जिलाध्यक्ष श्री सदाशिव पाटीदार और श्री श्यामसिंह पंवार ने बताया कि बिजली कम्पनी द्वारा मनमाने तरीके से बिजली वितरण शेड्यूल में जो परिवर्तन किया गया है, वह किसानों के हित में नहीं है। संघ इसका विरोध करता है। किसानों को 6 घंटे दिन में और 6 घंटे रात में बिजली दी जाए। ओवरलोडिंग के कारण जले ट्रांसफार्मर को बदलवाने के लिए किसानों को बिजली ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते हैं। इस अव्यवस्था में सुधार किया जाए। इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता श्री रवींद्र बघेल ने बताया कि यह समस्या पूरे जिले में है। शासन को शेड्यूल परिवर्तन करने का प्रस्ताव भेज दिया है। वहां से आदेश आने के बाद बिजली शेड्यूल में बदलाव किया जाएगा।
इसी तरह भाकिसं के विकासखंड धार द्वारा भी मुख्यमंत्री और पश्चिम क्षेत्र विद्युत् वितरण कम्पनी के अधिकारियों को सम्बोधित ज्ञापन में कम्पनी द्वारा मनमाने तरीके से सिंचाई हेतु बिजली शेड्यूल में जो बदलाव किया गया है , उसका विरोध कर मांग की गई कि किसानों की सुविधानुसार शेड्यूल बनाया जाए। इसके अलावा मनमाने तरीके से ट्रांसफार्मर बदलने , किसानों के पंचनामे बनाने ,लोड के नाम पर अधिक बिलिंग करने, ओवरलोड ट्रांसफार्मर को अंडरलोड बताने का विरोध कर किसानों की मांग पर स्थायी कनेक्शन देने की मांग की गई।