कृषि को लाभकारी बनाने का हर संभव प्रयास : श्री पटेल
22 अगस्त 2020, भोपाल। कृषि को लाभकारी बनाने का हर संभव प्रयास : श्री पटेल – मध्य प्रदेश सरकार किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए वचनवद्ध है। किसानों को अच्छे बीज, खाद और दवाइयां सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सके, इसके लिए प्रयास कर रही है। यही नहीं सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है ताकि कृषि लाभ का व्यवसाय बन सके। यह बात मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने पीआईबी, भोपाल और आरओबी, भोपाल द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत और कृषि क्षेत्र का विकास’ विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कही। श्री पटेल ने कहा कि वैसे तो देश को आजादी 1947 में मिली, पर गांवों को आर्थिक आजादी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के लागू होने के बाद मिली। इस योजना की वजह से गांव के किसान अपनी संपत्ति पर बैंकों से लोन ले सकते हैं और वेयरहाउस, कोल्डस्टोरेज इत्यादि बना सकते हैं। इससे उनका विकास होगा और उनकी आमदनी भी बढ़ सकेगी।
मध्य प्रदेश में फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हरदा और डिंडौरी जिले में इस योजना के तहत ग्रामीण परिसंपत्तियों का सर्वेक्षण कर मूल्यांकन किया जा रहा है। इससे ग्रामीण जनता के लिए लोन लेना काफी आसान हो जाएगा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित ग्रामीण भारत में बिजली- पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया।
श्री पटेल ने कहा कि सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कृषि और किसानों के विकास के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रावधानों को रेखांकित करते हुए कहा कि देश का समग्र विकास आत्मनिर्भर किसान और आत्मनिर्भर गांवों के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने कहा कि मप्र सरकार ने समर्थन मूल्य से भी ज्यादा दाम पर किसानों की फसल बिकवाने का प्रयास किया। श्री पटेल ने कहा कि किसानों को कृषि उपकरणों के प्रयोग संबंधी प्रशिक्षण देने के लिए किसान मित्र बनाए जाएंगे जो ग्रामीण स्तर पर किसानों को प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कोदो-कुटकी जैसी फसलों के उत्पादन करने वाले किसानों की हरसंभव सहायता की जाएगी और प्रदेश सरकार ब्रांडिंग करके उनके उत्पादों को बिकवाने में सहयोग करेगी। श्री पटेल ने कहा कि मंडियों को भी सर्वसुविधा युक्त बनाया जाएगा और हर व्यवस्थाएं पारदर्शी रखने के प्रयास किए जाएंगे।
वेबिनार में कृषक जगत के संपादक श्री सुनील गंगराड़े ने कहा कि हमें विश्वास है कि किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए पारदर्शिता और भी बेहतर तरीके से लाई जाएगी और देश में बड़ी संख्या में कृषि उत्पादक संगठन बनाने होंगे। उन्होंने कहा की कृषि क्षेत्र को कानूनों की जकडऩ से मुक्त करने का प्रयास सफल होने पर उद्योगपति भी खेती के प्रति आकर्षित होंगे। ऑपरेशन ग्रीन्स से किसानों की सब्जी फसल खराब होने से पहले ही बाजार तक पहुंचाने के प्रयास किए जा सकते हैं।
केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल के निदेशक डॉ. सी.आर. मेहता ने वेबिनार में किसानों और खेती को आत्मनिर्भर बनाने में कृषि तकनीक की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कंबाइन हार्वेस्टर और धान की रोपाई के लिए राइस ट्रांसप्लांटर इत्यादि मशीनों का छोटी जोत वाले किसान कैसे उपयोग करें, इस पर प्रकाश डाला। उन्होंने कस्टम हायरिंग सेंटर का उल्लेख किया और कहा कि इसके जरिए छोटी जोत के किसान ट्रैक्टर और मशीनरी को भाड़े पर ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब ऐप के जरिए भी इनको बुक कराया जा सकता है।
पीआईबी, भोपाल के अपर महानिदेशक श्री प्रशांत पाठराबे ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत कृषि क्षेत्र को दी गई सहायता पर प्रकाश डाला। श्री पाठराबे ने कहा कि सरकार कृषि स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्नत तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने और अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास भी कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी द्वारा हाल ही में घोषित एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के प्रावधानों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने किसान रेल की भी चर्चा की।
पीआईबी, भोपाल के संयुक्त निदेशक श्री अखिल कुमार नामदेव ने कार्यक्रम का संचालन किया और कृषि को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की।