राज्य कृषि समाचार (State News)पशुपालन (Animal Husbandry)

उप संचालक पशुपालन ने किया देशी मुर्गी फार्म का निरीक्षण

04 दिसंबर 2024, छिंदवाड़ा: उप संचालक पशुपालन ने किया देशी मुर्गी फार्म का निरीक्षण – कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ.एच.जी.एस. पक्षवार के द्वारा जिले के विकासखंड तामिया के ग्राम जूनापानी में श्री मुकेश डेहरिया के देसी मुर्गी फार्म में कड़कनाथ एवं बटेर का एक साथ पालन किया जा रहा है, का  आकस्मिक निरीक्षण किया गया ।  

निरीक्षण के दौरान श्री मुकेश डेहरिया के द्वारा बताया गया कि बटेर के अंडों को हैचरी मशीन में रखकर बटेर के बच्चे निकाले जाते हैं। हैचरी मशीन की क्षमता 3200 अण्डों की है। बटेर के बच्चे निकालने के बाद 35 दिन में बटेर मार्केट में बेचने लायक हो जाती है, एक बटेर की कीमत जिसका वजन 200 ग्राम होता है 80 रुपये में बेची जाती है। बटेर का अंडा 07 से 09 ग्राम का होता है, जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। यदि मुर्गी के 04 अंडे खाते हैं तो बटेर के 02 अंडे, मुर्गी के 04 अंडों के बराबर होते हैं। बटेर के चूजे एवं मुर्गी के चूजे आसपास के क्षेत्रों में इच्छुक व्यक्तियों को सप्लाई किये जा रहे हैं। वर्तमान में बटेर की डिमांड होटलों में बहुत ज्यादा है। अभी 2000 बटेर मार्केट के लिये उपलब्ध है। 500 बटेर के चूजे उपलब्ध है, 300 देशी मुर्गी के उपलब्ध हैं और 200 चूजे कड़कनाथ के उपलब्ध हैं।

श्री डेहरिया के द्वारा बताया गया कि बटेर के मांस में कोलेस्ट्रॉल बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है, जो कि ह्यूमन कंजक्शन के लिये बहुत लाभदायक है। साथ ही बटेर में किसी भी प्रकार की बीमारी होने की संभावना नहीं होती है, जबकि मुर्गियों में विभिन्न प्रकार की बीमारियां पाई जाती हैं। श्री डेहरिया के द्वारा बरेली से प्रशिक्षण के दौरान 02 टर्की भी लाया गया है, जिनको बटेर व मुर्गियों के साथ रखा गया है।

उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ.पक्षवार के द्वारा बताया गया कि टर्की के द्वारा कॉक्सीडियोसिस बीमारी होने की संभावना रहती है इस बीमारी के लिए टर्की केरियर है। इसलिये टर्की को फार्म में अलग से पाला जाये। उप संचालक डॉ.पक्षवार के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 02 बटेर जिनके पैर लंगड़ा कर चल रही थीं उनको जिंक की कमी के कारण चलते नहीं बन रहा है। इसलिए जिंक ओरल दवाई के रूप में दी जाये। नरसिंहपुर कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले द्वारा वहाँ के उप संचालक डॉ.अजगर खान को जूनापानी मुर्गी फार्म के साथ बटेर पालन किया जा रहा है देखने के लिए निर्देशित किया गया। उप संचालक डॉ.अजगर खान, डॉ.पक्षवार के साथ संयुक्त रूप से मुर्गी फार्म व बटेर फार्म का निरीक्षण किया गया एवं विस्तृत जानकारी प्राप्त कर नवाचार के रूप में नरसिंहपुर में भी बटेर पालने के लिये बटेर के चूजों की मांग श्री डेहरिया से उप संचालक नरसिंहपुर डॉ.खान ने की। साथ ही डॉ.खान ने मुर्गी पालन के साथ ही बटेर पालन व्यवसाय किये जाने पर फार्म संचालक की प्रशंसा की।

श्री डेहरिया के द्वारा बताया गया कि कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत छिंदवाड़ा श्री अग्रिम कुमार के मार्गदर्शन में एवं उप संचालक डॉ.पक्षवार के मार्गदर्शन में मेरा पोल्ट्री फार्म के लिये 40.00 लाख का प्रकरण ऑनलाइन पूर्ण कर दिया गया है, जिसमें 50 प्रतिशत सब्सिडी 20.00 लाख की राशि मुझे प्राप्त होगी जिससे पोल्ट्री फार्म का विस्तार किया जायेगा। श्री डेहरिया के द्वारा बताया गया कि प्रति माह मेरी आय एक लाख रुपये होती है। फार्म का वार्षिक टर्नओवर 28 लाख रुपये है। विकासखंड तामिया के ग्राम जूनापानी निवासी श्री डेहरिया द्वारा अपील की गई है कि किसी हितग्राही मुर्गी पालन को एवं बटेर पालन को एन.जी.ओ. को चूजों की आवश्यकता है, तो मेरे फार्म से प्राप्त कर सकते हैं।

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