State News (राज्य कृषि समाचार)

हरियाणा में जौ की अनुबंध खेती को बढ़ावा दिया जाए – मुख्य सचिव

Share

29 जुलाई 2022, चण्डीगढ़: हरियाणा में जौ की अनुबंध खेती को बढ़ावा दिया जाए – मुख्य सचिव – चण्डीगढ़ हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में जौं की अनुबंध खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अधिक से अधिक प्रेरित किया जाए। इसके अलावा, कपास की फसल पर सम्भावित ‘पिंक वार्म’ के प्रकोप से बचने के लिए भी अभी से ही अभियान चलाया जाना चाहिए, क्योंकि पड़ोसी राज्य पंजाब में ‘पिंक वार्म’ आने की जानकारी मिल रही है।
मुख्य सचिव राज्य खाद्य सुरक्षा मिशन कार्यकारी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने हैफेड के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि बासमती चावल का निर्यात बढ़ाने के लिए सीधे कम्पनियों से अनुबंध खेती करवाने के प्रयास करें।

कृषि विभाग के महानिदेशक डा0 हरदीप सिंह ने राज्य खाद्य सुरक्षा मिशन के बारे प्रस्तुतिकरण देते हुए कहा कि भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत रबी 2007-08 से आरम्भ किया था। इसके तहत दलहन एवं तिलहन की पैदावार को बढ़ावा देना था। वर्ष 2018-19 में खाद्य तेल एवं पाम ऑयल को शामिल किया गया है। वर्ष 2021-22 के दौरान केन्द्र सरकार ने इस मिशन के लिए 4013.86 लाख रुपये की कार्य योजना स्वीकृत की थी, जिसके अन्तर्गत किसानों को प्रमाणित बीज, कलस्टर प्रदर्शन खेत, माइक्रोन्यूट्रेंट, कृषि मशीनरी, समेकित कीट प्रबन्धन तथा फसल एवं मृद्धा सुरक्षा प्रबन्धन के लिए सब्सिडी दी जाती है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि संयुक्त राष्ट्र ने भारत सरकार के प्रयासो से वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय ‘न्यूट्री-सेरिअल’ वर्ष घोषित किया हैै और राज्य सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत बाजरे को ‘न्यूट्री-सेरिअल’ के रूप में प्रचारित करेगी। बाजरे की फसल हरियाणा में लगभग 10 से 12 लाख एकड़ में होती है तथा उत्पादन भी प्रति एकड़ लगभग 8 क्विंटल तक होता है।

बैठक में बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी के दास, कृषि एवं किसान कल्याण तथा विकास एवं पंचायत विभागों की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा0 सुमिता मिश्रा, हरियाणा भूमि सुधार विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री वजीर सिंह गोयत, हैफेड के प्रबन्ध निदेशक श्री ए श्रीनिवास के अलावा राज्य खाद्य सुरक्षा मिशन कार्यकारी कमेटी के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

महत्वपूर्ण खबर: सिंचाई उपकरण हेतु 27 जुलाई से 4 अगस्त तक आवेदन पत्र आमंत्रित

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *