राज्य कृषि समाचार (State News)

मुख्यमंत्री किसान सम्मेलन सह लोक कल्याण शिविर में हुए शामिल

20 दिसंबर 2024, भोपाल: मुख्यमंत्री किसान सम्मेलन सह लोक कल्याण शिविर में हुए शामिल – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर दोनों ही बदलने वाली है। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी आगामी 25 दिसम्बर को मूर्तरूप देने के लिए आधारशिला रखेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह बात  छतरपुर जिले के सटई में आयोजित किसान सम्मेलन सह लोक कल्याण शिविर में कही। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 11 दिसंबर से 26 दिसम्बर तक जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के समग्र विकास के लिये विभिन्न सौगातें प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये, स्व-सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सम्मेलन में 160 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. वाजपेयी की 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा केन-बेतवा लिंक परियोजना के भूमि-पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिये सभी को आमंत्रित किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाराज छत्रसाल और आल्हा-ऊदल के पराक्रम और बलिदान को स्थानीय कवि की पंक्तियों, ‘छत्ता तेरे राज में धक-धक धरती होय, जित-जित घोड़ा मुख करे, तित-तित फत्ते होय’ का उद्घोष करते हुए याद किया। उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर के बाद वीरों की यह भूमि विकास के लिये भी जानी जायेगी। इस दिन प्रधानमंत्री श्री मोदी बुन्देलखण्ड क्षेत्र के कायाकल्प की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद बुन्देलखण्ड क्षेत्र में “सूखा” अतीत की बात हो जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी की दूरदर्शी सोच ने ही पहली बार देश भर की नदियों को जोड़कर बिखरी पड़ी जल-शक्ति के समुचित प्रबंधन का सपना देखा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. वाजपेई के सपने को साकार करने के लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आधुनिक भागीरथ बनकर देश भर में रिवर लिंक परियोजनाओं की शुरूआत की है। डॉ. यादव ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इनमें से 2 परियोजनाओं की सौगात मध्यप्रदेश को मिली है। पहली पीकेसी परियोजना का एमओए और शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री मोदी की उपस्थिति में 17 दिसम्बर को जयपुर में हो चुका है।

Advertisement
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement