कृषि आदान विक्रेता संघ ने विक्रेताओं को दी चेतावनी
शासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरकों का व्यापार करें
01 जुलाई 2025, इंदौर: कृषि आदान विक्रेता संघ ने विक्रेताओं को दी चेतावनी – कृषि आदान विक्रेताओं पर अधिक कीमत पर उर्वरक बेचने के आरोप प्रायः लगते रहते हैं। यूट्यूब चैनल के नाम पर पत्रकार बनकर यूरिया एवं डीएपी के सिर्फ भाव पूछ कर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह की जानकारी कृषि आदान विक्रेता संघ ने देते हुए सभी कृषि आदान विक्रेताओं को सचेत किया है कि सभी दुकानदार सावधान रहकर शासन द्वारा निर्धारित दरों पर ही उर्वरक बेचें, अन्यथा किसी मुसीबत में फंस सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कतिपय कृषि आदान विक्रेता किसानों को निर्धारित दर से अधिक कीमत पर उर्वरक बेचते हैं। इससे जहां किसानों को अधिक मूल्य चुकाना पड़ता है , वहीं संबंधित दुकानदार की साख पर भी बुरा असर पड़ता है। इससे अपरोक्ष रूप से संगठन की छवि भी खराब होती है। ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ सबूत जुटाकर फिर उसका बेजा फायदा उठाने के मकसद से कुछ लोग वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे हैं ,जिससे संबंधित दुकानदार को आर्थिक नुकसान होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। संगठन के ऐसे ही लोगों को सावधान करने के लिए कृषि आदान विक्रेता संघ ने ईमानदारी से अपना व्यवसाय कर निर्धारित मूल्य पर उर्वरक बेचने की अपील की है।
श्री संजय कुमार रघुवंशी , सचिव, मप्र कृषि आदान विक्रेता संघ , ने कृषक जगत को बताया कि कुछ लोग किसान बनकर अपनी जेब में उल्टा मोबाइल रखकर कृषि आदान दुकानों पर पहुंचकर यूरिया एवं डीएपी के भाव पूछ कर वीडियो बना लेते हैं । उसके बाद उनके अन्य साथी दुकानदार को वीडियो भेज कर ब्लैकमेल करके लाखों रुपए की वसूली का दबाव बनाते हैं और कृषि विभाग में वीडियो भेज कर FIR दर्ज करने की धमकी देकर वसूली करते हैं। इस प्रकार के मामले कई जिलों में सामने आए हैं। अतः सभी उर्वरक व्यापारियों से अपील की गई है कि यूरिया, डीएपी एवं अन्य उर्वरक शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से एक रुपए भी अधिक में बेचने की कोशिश कर रहे हैं ,तो बेचना तत्काल बंद कर दें।
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