डिजीक्लेम से हुई फसल बीमा भुगतान की प्रक्रिया सरल: कृषि मंत्री श्री तोमर
24 मार्च 2023, नई दिल्ली: डिजीक्लेम से हुई फसल बीमा भुगतान की प्रक्रिया सरल: कृषि मंत्री श्री तोमर – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा 23 मार्च 2023 को राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (NCIP) के माध्यम से किसानों के लिए फसलबीमा भुगतान की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए डिजीक्लेम (DigiClaim) का शुभांरभ किया गया। कार्यक्रम में श्री तोमर ने कहा कि डिजीक्लेम के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नई विधा का शुभारंभ हु्आ, जिससे केंद्र-राज्य सरकारों को सुविधा के साथ ही किसानों को क्लेम मिल जाएं, इसकी सुनिश्चितता पारदर्शिता के साथ की जा सकेगी। आयुष्मान भारत योजना के बाद प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भारत की बहुत बड़ी योजना है जो प्राकृतिक परिस्थितियों पर आधारित है। पिछले 6 साल से संचालित इस योजना के अंतर्गत बीमित किसानों को उनकी उपज के नुकसान की भरपाई के रूप में अभी तक 1.32 लाख करोड़ रु. का भुगतान किया गया है।
इसके साथ ही डीजीक्लेम के द्नारा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, और हरियाणा राज्यों के किसानों को एक दिन में 1260 करोड़ रूपये के दावों का भुगतान किया गया।
इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने भी कृषि भवन में पीएमएफबीवाय के तहत डीजीक्लेम को संबोधित करते हुए कहा “केंद्र सरकार और राज्य सरकारें एक साथ किसानों के लिए विकास के लिए काम कर रही हैं।”
डिजीक्लेम के द्वारा डिजिटल होती कृषि व्यवस्था बदलते वक्त के साथ नए बदलावों को अपनाकर किसान हित को बढ़ावा देगी, इसी सोच को समर्थित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत डिजीक्लेम जैसे आधुनिक माध्यमों के प्रयोग किसान हित में उपयोगी साबित होंगे।
किसान कल्याण विभाग के सचिव श्री मनोज अहूजा जी ने भी डीजीक्लेम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार ने किसानों की फसलों की सुरक्षा के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।
इसके साथ ही किसान कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव श्री रितेश चौहान ने पीएमएफबीवाय योजना के तहत डीजीक्लेम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा की किसानों को फसलबीमा दावा राशि के भुगतान की प्रक्रिया को सरल बनाने के पहल हैं NCIP और PFMS का एकीकरण, जिससे राज्यों द्वारा फसल नुकसान के आंकड़े पोर्टल में अपडेट करते ही बीमा दावा राशि की गणना स्वतः हो जाएगी और किसानों को दावा भुगतान सीधे उनके एकांउट में किया जा सकेगा, जिससे किसानों को समय पर आर्थिक सुरक्षा मिल सकेगी।
NCIP और PFMS का इंटीग्रेशन डिजिटल होती भारतीय कृषि व्यवस्था को और भी सुदृढ़ कर रहा है, जिससे कृषि क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर बन रहा हैं। आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में डीजीक्लेम एक सर्वोत्तम योजना है, जो न केवल अधिक सरलता से किसानों को फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं, बल्कि पारदर्शिता को भी बढ़ावा देकर किसानों को उन्नति की दिशा में बढ़ावा देती है।
महत्वपूर्ण खबर: कपास मंडी रेट (23 मार्च 2023 के अनुसार)
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