कृषि शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ी खेती की ओर आकर्षित होना चाहिए : श्री तोमर
कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों व आर्ईसीएआर के संस्थानों के निदेशकों का वार्षिक सम्मेलन
24 अप्रैल 2022, नई दिल्ली । कृषि शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ी खेती की ओर आकर्षित होना चाहिए : श्री तोमर – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में आधुनिक कृषि शिक्षा, किसान बनाने वाली होना चाहिए, जिसका सिलेबस वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप तैयार किया जाना चाहिए। कृषि शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ी खेती की ओर आकर्षित होना चाहिए। श्री तोमर ने यह बात दिल्ली में, देशभर के राज्यय कृषि विश्वीविद्यालयों के कुलपतियों और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आर्ईसीएआर) के संस्थानों के निदेशकों के वार्षिक सम्मेलन में कही।
समारोह में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे तथा आर्ईसीएआर के महानिदेशक व डेयर के सचिव डॉ. त्रिलोचन महापात्र विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री रूपाला ने खेती में आए काफी सारे बदलावों को सिलेबस में शामिल करने का सुझाव देते हुए कहा कि निर्यात योग्य एक्वाकल्चर के बीज विकसित करने के संबंध में भी आईसीएआर को काम करना चाहिए, वहीं विद्यार्थियों को खेत में जाकर काम करने की रूचि जागृत करने के लिए प्रयास किए जाना चाहिए।
श्री चौधरी ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों व आईसीएआर के संस्थानों ने कोरोना संकट के दौरान भी बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने दलहन-तिलहन मिशन पर फोकस करते हुए किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया। श्री चौधरी ने कृषि शोध को सभी किसानों तक पहुंचाकर उन्हें लाभान्वित करने तथा नई शिक्षा नीति में वोकेशनल शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
प्रारंभ में डेयर के अपर सचिव व आईसीएआर के सचिव श्री संजय गर्ग ने स्वागत भाषण दिया। आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा) डॉ. आर. सी. अग्रवाल ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए, साथ ही विविध प्रकाशनों व प्रौद्योगिकियों का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
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