चावल खाद्य सुरक्षा का आधार, अर्थव्यवस्था के लिए एक प्रमुख कारक – श्रीमती मुर्मु
16 फरवरी 2023, कटक (ओडिशा)/नई दिल्ली: चावल खाद्य सुरक्षा का आधार, अर्थव्यवस्था के लिए एक प्रमुख कारक – श्रीमती मुर्मु – दूसरी भारतीय चावल कांग्रेस-2023 का उद्घाटन गत दिवस कटक में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के राज्यपाल श्री गणेशीलाल, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर व ओडिशा के कृषि मंत्री श्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं की उपस्थिति में किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि चावल, भारत में खाद्य सुरक्षा का आधार है और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए भी एक प्रमुख कारक है।
राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में गरिमामय समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि भारत आज चावल का अग्रणी उपभोक्ता व निर्यातक है, जिसका काफी श्रेय इस संस्थान को जाता है। राष्ट्रपति ने कहा कि पिछली शताब्दी में जैसे-जैसे सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हुआ, चावल नए स्थानों पर उगाए जाने लगे और नए उपभोक्ता मिलने लगे। उन्होंने कहा कि भले ही चावल नई जमीन पर उगाए जा रहे हों, लेकिन ऐसे स्थान भी हैं जहां पारंपरिक किस्मों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एनआरआरआई द्वारा देश का पहला उच्च प्रोटीन चावल विकसित करने पर उन्होंने कहा कि इस तरह की जैव-फोर्टिफाइड किस्मों का विकास आदर्श है ।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि कुपोषण की समस्या हल करने के लिए पौष्टिकता बढ़ाने हेतु बायोफोर्डिफाइड चावल की किस्में पैदा करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए संस्थान ने सीआर 310, 311 व 315 नामक किस्में विकसित की हैं। इस संस्थान ने चावल की 160 किस्में ईजाद की है। उन्होंने कहा कि 2010 में देश में चावल उत्पादन 89 मिलियन टन ही था, जो 2022 में 46 प्रतिशत बढ़कर 130 मिलियन टन हो गया है । भारत चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है और निर्यात में हम पहले नंबर पर है।
श्री तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र में टेक्नालाजी आएं व निजी निवेश हों, इसके लिए भी बजट प्रावधान किया हैं। इसके लिए बजट में 450 करोड़ रु. रखे गए है। देश में अल्पकालिक ऋण के रूप में जहां 2014 तक 6-7 लाख करोड़ रु. हुआ करता था, बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रु. किया है ।
राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल , ओडिशा के कृषि मंत्री श्री स्वाईं ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया । उद्घाटन समारोह में डेयर के सचिव व आईसीएआर महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक, एसोसिएशन आफ राइस रिसर्च वर्कर्स के अध्यक्ष डॉ. पी.के. अग्रवाल, संस्थान के निदेशक डॉ. ए.के. नायक, आयोजन सचिव डा. एस. साहा मौजूद थे। चार दिनी कांग्रेस में किसान, देश-विदेश के वैज्ञानिक, केंद्र व राज्य के कृषि तथा अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया । इस अवसर पर पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
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