National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय को राज्य बजट 2024-25 में 40 करोड़ का मिला आवंटन

Share

06 मार्च 2024, लुधियाना: पंजाब कृषि विश्वविद्यालय को राज्य बजट 2024-25 में 40 करोड़ का मिला आवंटन – पंजाब सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का बजट पेश कर दिया हैं। सरकार ने इस बजट में खेती-किसानी तथा शिक्षा पर खास फोकस है। जिसके चलते प्रदेश सरकार ने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) को 40 करोड़ रूपये आवंटित किए हैं। इस पर पीएयू के कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने पंजाब के राज्य बजट की सराहना की।  उन्होंने कहा कि यह कौशल और उद्यमिता विकास पर विशेष ध्यान देने के साथ अनुसंधान, शिक्षण और विस्तार (आरटीई) कार्यक्रमों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेगा।

उन्होंने कहा कि इस आवंटन का पीएयू के कार्यक्रमों के विकास और संवर्धन पर स्थायी प्रभाव पड़ेगा। कुलपति ने इस बात पर जोर दिया कि आवंटन पंजाब सरकार की राज्य की कृषि और उसके किसानों के प्रति गहरी रुचि और गहरी चिंता को दर्शाता है। डॉ. गोसल ने पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान और राज्य के वित्त मंत्री सरदार हरपाल सिंह चीमा को उनके समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।

इसके अलावा, डॉ. गोसल ने नई पहल, “पंजाब हॉर्टिकल्चर एडवांसमेंट एंड सस्टेनेबल एंटरप्रेन्योरशिप” की घोषणा की सराहना की। इसका उद्देश्य उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार और बागवानी फसल समूहों को विकसित करना है। उन्होंने बागवानी क्षेत्र तथा टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने में इस पहल के महत्व पर प्रकाश डाला।

कुलपति ने कहा कि राज्य सरकार ने भविष्य में पीएयू को पूर्ण मौद्रिक सहायता का आश्वासन दिया था, जो उन्होने पूर्ण किया। उन्होने आगे कहा कि मैं आश्वासन देता हूं कि कि विश्वविद्यालय अपने उच्च मानकों को बनाए रखेगा और पंजाब में वैज्ञानिक समुदाय और कृषक समुदाय दोनों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा।

इसके साथ ही कुलपति डॉ. गोसल ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 13,784 करोड़ रुपये के  बजट और फसल विविधीकरण के लिए 575 करोड़ रुपये के आवंटन की सराहना की। उन्होंने इन बजटीय प्रावधानों को पंजाब में किसानों और कृषि क्षेत्र के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण माना।

पूंजीगत बजट में पीएयू को 40 करोड़ रुपये का आवंटन से कृषि और संबद्ध क्षेत्रों, फसल विविधीकरण और बागवानी के लिए पर्याप्त प्रावधानों के साथ, कृषि में अनुसंधान, शिक्षण और विस्तार कार्यक्रमों की प्रगति का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है। यह अनुमान लगाया गया है कि ये पहल पंजाब की कृषि के समग्र विकास और समृद्धि में योगदान देगी और लंबे समय में कृषक समुदाय को लाभान्वित करेगी।

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

Share
Advertisements