राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने “सहकार से समृद्धि” मंत्र के माध्यम से देश में अनेक नई पहल कीं 

केन्‍द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज उत्तराखंड में बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (एमपीएसीएस) के कम्प्यूटरीकरण सहित अनेक विकास कार्यों का उद्घाटन किया |
सरकार सहकारिता का विश्वविद्यालय, नीति और डेटाबेस बना रही है; बीज, जैविक खेती विपणन और किसानों की उपज निर्यात के लिए बहुराज्य सहकारी समितियों का गठन

01 अप्रैल 2023, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने “सहकार से समृद्धि” मंत्र के माध्यम से देश में अनेक नई पहल कीं  – केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कल  हरिद्वार में उत्तराखंड की बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (एमपीएसीएस), संयुक्त सहकारी खेती, जन सुविधा केन्‍द्रों और जनऔषधि केन्‍द्रों के कम्प्यूटरीकरण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

श्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में पहली बार 30 अक्टूबर 2021 को उत्तराखण्ड में प्राथमिक कृषि ऋण समिति (पैक्स) के कम्प्यूटरीकरण का कार्य प्रारंभ हुआ और आज राज्य के सभी 670 पैक्स का कम्प्यूटरीकरण पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले हमने राज्य सरकारों को एमपीएसीएस के आदर्श उप नियम भेजे थे और उत्तराखंड में 95 एमपीएसीएस की स्थापना का काम पहले ही पूरा हो चुका है। श्री शाह ने कहा कि इसके साथ ही, सहकारी समितियों के तहत 95 जन औषधि केन्‍द्र और जन सुविधा केन्‍द्र शुरू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है।

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केन्द्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय के माध्यम से देश में सभी 65,000 सक्रिय पीएसीएस का कंप्यूटरीकरण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि 307 जिला सहकारी बैंकों सहित कई सुविधाओं का भी कम्प्यूटरीकरण किया जा चुका है।

 सहकारिता मंत्री ने कहा सरकार राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय सहकारी नीति और सहकारी डेटाबेस बना रही है, बीज, जैविक खेती के विपणन और किसानों की उपज के निर्यात के लिए बहुराज्य सहकारी समितियों का गठन किया गया है। इसके साथ ही बीज, जैविक खेती के विपणन और कृषकों के उत्पाद के निर्यात के लिए बहुराज्य सहकारी समितियां गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में नल से जल (नल से पानी) योजना पैक्स को सौंपी जाएगी क्योंकि भारत सरकार द्वारा भेजे गए बहुआयामी पैक्स के आदर्श उपनियमों में पैक्स गांव को पानी उपलब्ध कराने में भी सक्षम होंगे। उन्‍होंने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि पैक्‍स को बहुउद्देश्यीय बनाकर सहकारिता के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक मजबूत कदम उठाया है।

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