राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

जैविक खेती पर्यावरण संरक्षण में सहायक

25 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: जैविक खेती पर्यावरण संरक्षण में सहायक – हरित क्रांति के तहत कृषि उत्पादन वृद्धि के लिए रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग अंधाधुंध किया गया इससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई और किसानों को भी आर्थिक लाभ मिलता गया वैज्ञानिक अनुसंधानों के खेती के नवीन प्रयोग किए गए किसानों ने उसे अधिक लाभ हेतु बिना विचार किए अपनाया भी गया। उर्वरक क्षमता बढ़ाने हेतु सरकारी प्रोत्साहन से कैमिकल फैक्ट्री का निर्माण किया गया और उनके उत्पादन बेचने हेतु प्रचार प्रसार भी किया गया।

किसान लाभ तो लेते रहे परन्तु कहीं ना कहीं भूमि की उर्वरक क्षमता को क्षति पहुंचाते रहे हैं इस प्रक्रिया ने पर्यावरण को भी दूषित करने में कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी आज स्वयं वैज्ञानिक यह स्वीकार करते हैं कि रासायनिक पदार्थ के अधिक प्रयोग से भूमि की उर्वराशक्ति क्षीण हुई है जल के स्रोत भी दूषित हुए है जमीन पर रहने वाले प्राणियों को भी उनके दैनिक जीवन में हमने हस्तक्षेप किया है आज शुगर के मरीज, किडनी फेल के केस, पेट संबंधी शिकायतें आम हो गई हैं। इंसेक्टिसाइड पेस्टिसाइड इत्यादि के अधिक प्रयोग से मानव प्रतिदिन धीमा-धीमा जहर खा रहा है थोड़े से लाभहेतु सब्जियों में इंजेक्शन का प्रयोग भी बढ़ रहा है कृत्रिम तरीके से पकाए हुए फल कहां तक लाभदायक हो सकते हैं।

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इतिहास बताता है कि किसानों की प्राचीन खेती पद्धति ज्यादा समृद्ध थी उनकी परंपरागत खेती न केवल पर्यावरण को बल्कि स्वयं के स्वस्थ रहने को लाभदायक रहती थी। उन्होंने कभी भी रासायनिक उर्वरकों दवाइयां का प्रयोग नहीं किया। घर-घर गौशालाएं होती थी जिनके गोबर से जो जैविक खाद बनती थी वहीं खेतों में पहुंचती थी और भूमि को लाभदायक होती थी। आज इस पुन जैविक खेती की आवश्यकता है जिस भूमि संरक्षण, स्वास्थ्य संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रोत्साहन देना हमारा सबका एवं सरकार का उत्तरदायित्व बनता है जैविक खेती उत्पादन में अधिक लाभ दिया जा सकता है इसके लिए जैविक उत्पादन की पर्याप्त प्रचार-प्रसार सरकारी संरक्षण किसानों को लाभदाई हो सकता है। हालाकि वर्तमान में जैविक खेती पोषण हेतु सरकार भी गंभीर है परंतु अभी और सुधार की आवश्यकता है सरकारी संरक्षण जैविक खाद उत्पादन में महती भूमिका निभा सकता है हम भी अपने खेतों में परंपरागत क्रियाओं का प्रयोग करके इस क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.

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