राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: गेहूं मंडी भाव I पशुपालन I ग्रामीण विकास I प्रधानमंत्री आवास योजना I धनुका एग्रिटेक

25 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…

1. गेहूं के मंडी भाव में उतार-चढ़ाव: किसान 2025 के बाजार रुझानों के लिए तैयार

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दिसंबर 2024 के समापन के साथ, भारत के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में मंडी भाव में विविधता देखने को मिल रही है। यह उतार-चढ़ाव क्षेत्रीय मांग, आपूर्ति और मौसमी कारकों के बीच संतुलन को दर्शाता है। 2025 की फसल कटाई के साथ ही बाजार में नई आवक शुरू होने की संभावना है, ऐसे में किसान और विश्लेषक इस बात पर नज़र रख रहे हैं कि भाव किस दिशा में जा सकते हैं। पूरी खबर पढ़े….

2. मानव जीवन में पशुपालन का महत्व

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भारत एक कृषि प्रधान देश है। इसकी 60 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। भारत में कृषि और पशुपालन एक-दूसरे के पूरक है भारत की कृषि पर निर्भस्ता जितनी अधिक है उतना ही महत्वपूर्ण है पशुपालन, बल्कि हम यह कहें तो अतिश्योक्ति न होगी कि भारत में पहले पशुपालन ही मुख्य आय का स्त्रोत था द्वापर में गाय को गौधन के रूप में मान्यता थी एक प्रचलित कहानी है. पूरी खबर पढ़े….

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3. देश में गेहूं की बुवाई बढ़ी

देश में स्वी फसलों की बुवाई तेजी से चल रही है। अब तक 558 लाख 80 हजार हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है, जबकि गत वर्ष इस अवधि में 556 लाख 67 हजार हेक्टेयर में बोनों हुई थी। अब तक गेहूं की बुवाई 293.11 लाख हेक्टेयर में हो गई है, जो गत वर्ष समान अवधि में 284.17 लाख हेक्टेयर में हुई थी। देश में रबी फसलों का समान क्षेत्र 635.60 लाख हेक्टेयर रखा गया है I पूरी खबर पढ़े….

4. IARI की विशेष सलाह: बारिश और ठंड में फसलों की देखभाल कैसे करें?

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली, ने 24 दिसंबर 2024 को साप्ताहिक मौसम पर आधारित कृषि परामर्श जारी किया है। यह परामर्श किसानों को 29 दिसंबर 2024 तक के लिए है, जिसमें मौसम के हिसाब से फसलों की देखभाल और खेती के कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के सुझाव दिए गए हैं। पूरी खबर पढ़े….

5. ICAR की विशेष सलाह: बारिश और ठंड में फसलों की देखभाल कैसे करें?

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भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR), नई दिल्ली, ने 24 दिसंबर 2024 को साप्ताहिक मौसम पर आधारित कृषि परामर्श जारी किया है। यह परामर्श किसानों को 29 दिसंबर 2024 तक के लिए है, जिसमें मौसम के हिसाब से फसलों की देखभाल और खेती के कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के सुझाव दिए गए हैं। आईए, जानें इस सप्ताह की मुख्य सलाह, बीते सप्ताह का मौसम और आगामी मौसम पूर्वानुमान। पूरी खबर पढ़े….

6. प्रधानमंत्री आवास योजना: महाराष्ट्र में 13 लाख नए मकान, जानें पूरी योजना

भारत में हर साल 23 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर किसानों और ग्रामीण विकास को लेकर नई योजनाओं और उपलब्धियों का जायजा लिया जाता है। इस वर्ष, पुणे स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी) में ‘किसान सम्मान दिवस’ और ‘किसान एवं ग्रामीण विकास लाभार्थी सम्मेलन’ का आयोजन हुआ। पूरी खबर पढ़े….

7. ग्रामीण विकास को प्रोत्साहन: उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश को 15वें वित्त आयोग से मिला बड़ा अनुदान

ग्रामीण भारत में विकास को नई दिशा देने और स्थानीय निकायों को सशक्त बनाने की दिशा में 15वें वित्त आयोग के तहत केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान की है। भारत में पंचायती राज संस्थाएं (पीआरआई) लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। पूरी खबर पढ़े….

8. किसानों के लिए नई योजना: अब फसल दूसरे राज्यों और बाजारों तक पहुंचाना होगा आसान

केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को उनकी उपज को दूसरे राज्यों और बाजारों तक पहुंचाने में मदद के लिए एक नई योजना पर काम कर रही हैं। यह कदम भारतीय कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और इसकी जीडीपी में 18% योगदान को और बढ़ाने की दिशा में उठाया गया है। इसके साथ ही सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने, जल संसाधनों के कुशल उपयोग, और शोधकर्ताओं व किसानों के बीच की दूरी को पाटने के लिए प्रयासरत है। पूरी खबर पढ़े….

9. धनुका एग्रिटेक ने किसान दिवस पर 200 किसानों और छात्रों को किया प्रेरित, नई खेती तकनीकों का ज्ञान साझा

धनुका एग्रिटेक लिमिटेड ने किसान दिवस के अवसर पर हरियाणा के पलवल स्थित धनुका एग्रीकल्चर रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (DART) में एक विशेष किसान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को आधुनिक खेती की तकनीकों से परिचित कराना, ज्ञान साझा करना और भारतीय कृषि के भविष्य पर चर्चा करना था। पूरी खबर पढ़े….

10. ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टम्स: विकास, नवाचार और बाजार नेतृत्व में अग्रणी

1965 में स्थापित, ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टममा ने भारत के कृषि रसायन और जैविक उत्पाद क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाई है। कृषक जगत के आंग्ल प्रकाशन ‘ग्लोबल एग्रीकल्चर’ के संपादक निमिष गंगराड़े के साथ एक विशेष बातचीत में, ट्रॉपिकल एग्रो के दूरदर्शी संस्थापक श्री वी. के. झंवर ने कंपनी की परिकर्तनकारी यात्रा, भविष्य की रणनीतियों और भारतीय कृषि पर इसके प्रभाष पर विस्तार से चर्चा की। पूरी खबर पढ़े….

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