राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कश्मीर के किसान केसर की खेती इनडोर करने पर मजबूर

18 जनवरी 2025, नई दिल्ली: कश्मीर के किसान केसर की खेती इनडोर करने पर मजबूर – हिमालय की बर्फ से ढकी घाटी के बीच बसा कश्मीर का पंपोर इलाका दुनिया के सबसे महंगे मसाले, केसर, की खेती के लिए मशहूर है। इस लाल रंग के सुगंधित मसाले को “लाल सोना” कहा जाता है, जिसकी कीमत 3,25,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंचती है।

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा केसर उत्पादक देश है और इसका 90% उत्पादन कश्मीर से होता है, जिसमें पंपोर की महत्वपूर्ण भूमिका है। हर साल अक्टूबर में क्रोकस फूल खिलते हैं, जिससे इन सुगंधित धागों को हाथ से निकाला जाता है।

Advertisement
Advertisement

पंपोर के किसान निसार अहमद मलिक कहते हैं, “मैं इस मसाले की खेती कर गर्व महसूस करता हूं,” क्योंकि उन्होंने अपनी पुश्तैनी जमीन पर पारंपरिक तरीकों से केसर उगाना जारी रखा है।

लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण पारंपरिक खेती पर खतरा मंडरा रहा है। तापमान में वृद्धि, अनियमित बारिश और शहरीकरण के कारण केसर उत्पादन में भारी गिरावट आई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2010-11 में जहां 8 मीट्रिक टन केसर का उत्पादन होता था, वह 2023-24 में घटकर 2.6 मीट्रिक टन रह गया।

Advertisement8
Advertisement

इस संकट का समाधान ढूंढने के लिए वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इनडोर खेती की नई तकनीकों पर काम कर रहे हैं। शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के डॉ. बशीर इलाही के नेतृत्व में एक परियोजना के तहत केसर को नमी और पोषक तत्वों से भरपूर ट्यूब्स में उगाने का प्रयास किया जा रहा है। डॉ. इलाही बताते हैं, “इनडोर खेती में तापमान नियंत्रित किया जा सकता है और फसल के विफल होने का खतरा काफी कम हो जाता है।”

Advertisement8
Advertisement

इस नवाचार को अब किसानों द्वारा भी अपनाया जा रहा है। कश्मीर केसर उत्पादक संघ के अध्यक्ष अब्दुल मजीद ने इनडोर खेती को “अद्भुत आविष्कार” बताया और कहा कि वे और उनके साथी इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं।

हालांकि, किसानों का मानना है कि इस तकनीक को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए सरकारी समर्थन आवश्यक है। “जलवायु परिवर्तन का असर पूरी दुनिया पर हो रहा है, और कश्मीर इससे अछूता नहीं है। सरकार को इनडोर केसर खेती को बढ़ावा देना चाहिए,” किसान मंज़ूर अहमद मीर ने कहा।

परंपरागत खेती के सामने बढ़ती चुनौतियों के बीच, इनडोर खेती जैसी आधुनिक तकनीक कश्मीर के केसर उद्योग को बचाने की उम्मीद बनकर उभर रही है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement