कश्मीर की तरह जम्मू में भी केसर पार्क बनाया जाएगा, किसानों व वि.वि. को मिलेगी पूरी मदद
शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी वि.वि., जम्मू में कृषि मंत्री द्वारा सुविधाओं की सौगात
11 सितम्बर 2021, नई दिल्ली । कश्मीर की तरह जम्मू में भी केसर पार्क बनाया जाएगा, किसानों व वि.वि. को मिलेगी पूरी मदद – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी वि.वि., जम्मू में सुविधाओं की सौगात के रूप में मेगा बीज इकाई के अंतर्गत जीन बैंक व कोल्ड स्टोरेज का शिलान्यास किया व रबी अभियान के शुभारंभ अवसर पर बीज वाहन को हरी झंडी दिखाई। साथ ही भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान/विश्व बैंक प्रायोजित संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) की परियोजना का शुभारंभ किया।कार्यक्रम में श्री तोमर ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर खेती के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा । श्री तोमर ने कहा कि कश्मीर की तरह जम्मू में भी केसर पार्क बनाया जाएगाव राज्य के किसानों व वि.वि. को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद दी जाएगी।
श्री तोमर ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की 201 में से 200 सिफारिशों को माना गया है। इसी अनुरूप न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ भी किसानों को दिया जा रहा है। वर्ष 2014 तक केंद्रीय कृषि मंत्रालय का बजट 23 हजार करोड़ रूपए का होता था, जो आज 1.23 लाख करोड़ रूपए है। छोटे किसानों को आय सहायता के लिए पीएम- किसान स्कीम का सुचारू संचालन किया जा रहा है, जिसमें 1.58 लाख करोड़ रूपए बिना बिचौलियों के सीधे किसानों के खातों में पहुंचे हैं। 6,850 करोड़ रूपए के खर्च से 10 हजार नए कृषक उत्पादक संघ (एफपीओ) बनाए जा रहे हैं, जिसमें राज्यों को कोई राशि नहीं मिलाना है। इससे किसानों को सामूहिक रूप से काम होने से काफी बचत होगी, लागत घटेगी, टेक्नालाजी का फायदा मिलेगा और उपज के अच्छे दाम मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने किसानों को सशक्त करने के लिए सालभर में 16 लाख करोड़ रूपए का ऋण देने का लक्ष्य रखा है और अभी 14 लाख करोड़ रूपए का ऋण प्रवाह किसानों के बीच है। कृषि व सम्बद्ध क्षेत्रों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने हेतु केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक रूप से डेढ़ लाख करोड़ रूपए से ज्यादा राशि रखी है, जिसका व्यापक फायदा किसानों को दीर्घकाल तक मिलेगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे व अन्य गणमान्यजन मौजूद थे। कुलपति प्रो. जे.पी. शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए शिक्षण, अनुसंधान, विस्तार में वि.वि. के दृष्टिकोण का उल्लेख किया।