राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

Jute MSP 2025: कैबिनेट ने तय की नई कीमत, 315 रुपये की बढ़ोतरी

23 जनवरी 2025, नई दिल्ली: Jute MSP 2025: कैबिनेट ने तय की नई कीमत, 315 रुपये की बढ़ोतरी – Jute MSP 2025: केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने 2025-26 विपणन सीजन के लिए कच्चे जूट का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5,650 रुपये प्रति क्विंटल तय करने को मंजूरी दी है। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।

सरकार ने बताया कि यह MSP अखिल भारतीय स्तर पर उत्पादन की भारित औसत लागत से 66.8% अधिक है। इसे 2018-19 के बजट में घोषित नीति के तहत निर्धारित किया गया है, जिसमें उत्पादन लागत का न्यूनतम 1.5 गुना एमएसपी सुनिश्चित करने का वादा किया गया था।

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Jute MSP 2025: पिछले सीजन के मुकाबले 315 रुपये की बढ़ोतरी

2025-26 के लिए घोषित एमएसपी पिछले साल के 2024-25 सीजन की तुलना में 315 रुपये अधिक है। इससे पहले 2014-15 में यह MSP 2,400 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो अब बढ़कर 5,650 रुपये हो गई है।

कच्चे जूट का उत्पादन मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, असम और बिहार में होता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जूट उत्पादन से 40 लाख कृषक परिवारों की आजीविका जुड़ी हुई है। साथ ही, करीब 4 लाख मजदूर जूट मिलों और व्यापार में प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं।

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पिछले साल सरकार ने 1.70 लाख किसानों से जूट खरीदा था, जिनमें से 82% किसान पश्चिम बंगाल के थे। असम और बिहार की हिस्सेदारी 9% (प्रत्येक) रही।

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जूट के मूल्य समर्थन संचालन के लिए भारतीय पटसन निगम (जेसीआई) केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी बनी रहेगी। यदि संचालन के दौरान कोई नुकसान होता है, तो उसकी पूरी भरपाई केंद्र सरकार करेगी।

जूट उद्योग भारत में कृषि और रोजगार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल किसानों बल्कि श्रमिक वर्ग के लिए भी आजीविका का स्रोत है। विशेषज्ञों का कहना है कि जूट उद्योग को टिकाऊ और लाभकारी बनाने के लिए नीतिगत सुधारों के साथ तकनीकी नवाचारों की भी आवश्यकता है I

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