राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ और ज़ुआरी इंडस्ट्रीज के बीच गन्ना उत्पादकता बढ़ाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर

25 अप्रैल 2025,  लखीमपुर, उत्तर प्रदेश: भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ और ज़ुआरी इंडस्ट्रीज के बीच गन्ना उत्पादकता बढ़ाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर – भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (ICAR-ISRI), लखनऊ और ज़ुआरी इंडस्ट्रीज प्रा. लि. (ZIL) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसका उद्देश्य गोविंद शुगर मिल्स, ऐरा, लखीमपुर, उत्तर प्रदेश में केन एक्सीलेंस प्रोग्राम के क्रियान्वयन के लिए एक सहयोगात्मक ढांचा तैयार करना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गन्ने की उत्पादकता, स्थायित्व, किसान सहभागिता और अनुसंधान एवं विकास को एकीकृत करके दीर्घकालिक रणनीतिक लाभ प्राप्त करना है।

यह समझौता ज्ञापन ICAR-ISRI, लखनऊ के निदेशक डॉ. आर. विश्वनाथन और ज़ुआरी इंडस्ट्रीज लि., गोविंद शुगर मिल्स, ऐरा के कार्यकारी निदेशक एवं यूनिट हेड श्री आलोक सक्सेना द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस सहयोग का उद्देश्य गन्ना विकास और एग्रोनॉमी एक्सीलेंस, नई किस्मों का विकास और मूल्यांकन, जलभराव वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त गन्ना किस्मों की निगरानी और मूल्यांकन, जलवायु प्रतिरोधकता एवं मृदा-जल प्रबंधन, फसल तथा कीट और रोग प्रबंधन, किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम, तकनीकी अंगीकरण, अनुसंधान एवं विकास, बीज गन्ना और नर्सरी प्रबंधन तथा गन्ने से जुड़ी नीतियों का समर्थन करना है।

श्री आलोक सक्सेना ने कहा, “इस पहल के माध्यम से हम किसानों को बेहतर उपज और आय सुनिश्चित करने के लिए ज्ञान और उपकरण प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। ICAR-ISRI के साथ मिलकर हम क्षेत्र में एक अधिक टिकाऊ, उत्पादक और लचीला गन्ना पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने की परिकल्पना करते हैं।”

ICAR-ISRI, लखनऊ के निदेशक डॉ. आर. विश्वनाथन ने कहा, “यह साझेदारी विज्ञान-आधारित गन्ना विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम अपने अनुसंधान कौशल को औद्योगिक आवश्यकताओं के साथ जोड़कर जलवायु-संवेदनशील तरीकों को बढ़ावा देना और किसानों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार उपयुक्त समाधान उपलब्ध कराना चाहते हैं।”

इस समझौते के अंतर्गत ICAR-ISRI तकनीकी जानकारी, श्रेष्ठ एग्रोनॉमिक विधियों, मौजूदा किस्मों के मूल्यांकन और नई किस्मों के विकास में अनुसंधान सहयोग, विशेषज्ञों की नामांकन, प्रशिक्षण और संयुक्त गतिविधियों में सहभागिता, अनुसंधान निष्कर्षों और अनुशंसाओं को साझा करने, तथा परियोजना-विशेष तकनीकी सेवाएं या परामर्श प्रदान करेगा। संस्थान एक्सपोज़र विज़िट्स, क्रॉस-लर्निंग प्लेटफॉर्म और तकनीकी पुस्तिकाओं, वीडियो, और मोबाइल आधारित परामर्श जैसी ज्ञान सामग्री के प्रसार में भी सहयोग करेगा। साथ ही, डिजिटल परामर्श प्रणालियों और निर्णय-समर्थन उपकरणों को केन एक्सीलेंस प्रोग्राम में शामिल करने हेतु तकनीकी सहायता भी देगा।

ज़ुआरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री अथर शहाब ने कहा, “हमें विश्वास है कि यह साझेदारी एक व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के सहयोग को वास्तविक समस्याओं के समाधान की दिशा में मोड़ने की दिशा में अग्रसर है। केन एक्सीलेंस प्रोग्राम हमारी उस सोच का हिस्सा है जो कृषि को नवाचारयुक्त, टिकाऊ और भविष्य के लिए तैयार बनाने की दिशा में है।”

यह साझेदारी उत्पादन एवं संरक्षण तकनीकों के अंगीकरण, गन्ने की यंत्रीकरण प्रणाली के विकास, सतत गन्ना खेती को बढ़ावा देने, गन्ना किसानों के कल्याण में योगदान देने और दीर्घकालिक रूप से चीनी मिल की आर्थिक व्यवहार्यता को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

इस अवसर पर ICAR-ISRI, लखनऊ से डॉ. एल.एस. गंगवार, प्रमुख वैज्ञानिक, प्रभारी AKMU; डॉ. एम. स्वप्ना, प्रमुख वैज्ञानिक, फसल सुधार प्रभाग तथा ज़ुआरी इंडस्ट्रीज लि., गोविंद शुगर मिल्स यूनिट, ऐरा से श्री अजीत सिंह, डॉ. फौजिया तरन्नुम और श्री आशुतोष अग्रवाल भी उपस्थित रहे।

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