राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

एफसीआई को किसानों व देश के लोगों के सामने एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में आना चाहिएः श्री गोयल

15 जनवरी 2024, नई दिल्ली: एफसीआई को किसानों व देश के लोगों के सामने एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में आना चाहिएः श्री गोयल – “भारतीय खाद्य निगम को किसानों और देश के लोगों के एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में सामने आना चाहिए”, यह बात केंद्रीय उपभोक्ता और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 14 जनवरी 2024 को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के 60वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर कही।

श्री गोयल ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) देश के हर कोने में लाभार्थियों को राशन प्रदान करके प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) जैसी प्रमुख योजनाओं को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यद्यपि, उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एफसीआई की भूमिका सिर्फ राशन का वितरण नहीं है, तथापि पारदर्शिता, दक्षता और उत्‍तरदायित्‍व के साथ किसानों और लाभार्थियों में विश्वास का सृजन भी करना है।

उन्होंने कहा कि एफसीआई की खुली बाजार बिक्री योजना (घरेलू) परिचालन भी उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए गेहूं और चावल जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को न्‍यूनतम करने में एक प्रभावी उपकरण सिद्ध हुआ है। श्री गोयल ने कहा कि भारत आटा, भारत दाल, प्याज और टमाटर की कीमतों के संबंध में हस्तक्षेप ने भारत सरकार को मूल्य स्थिरीकरण में सहयोग किया है।

एफसीआई ने दिया किसानों की उपज का उचित मूल्यः श्री गोयल

श्री गोयल ने कहा कि एफसीआई ने किसानों की उपज का उचित मूल्य प्रदान किया है और यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी किसान संकट काल में अपनी उपज न बेचे। उन्होंने कहा कि निगम को सामूहिक रूप से किसानों के साथ संवाद को बल प्रदान करने की दिशा में कार्यरत रहना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि एफसीआई अब आधुनिक युग के संचालन में प्रवेश कर चुका है, डिजिटलीकरण को अपना रहा है, खरीद प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहा है, अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और उपकरणों की स्थापना कर रहा है, खाद्यान्न खरीद को सुव्यवस्थित कर रहा है, बेहतर भंडारण के लिए स्टील साइलो का निर्माण कर रहा है, सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है। इससे बेहतर निगरानी होगी, बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।

नवीन भंडारण से परिचालन लागत हो सकती हैं न्यूनतम

प्राथमिकता के दूसरे क्षेत्र के बारे में बात करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि एफसीआई को डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी को अपनाकर गुणवत्ता लाने की आवश्‍यकता है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण, खरीद, परिवहन, वितरण और भंडारण जैसे क्षेत्रों में गुणवत्ता प्राप्‍त की जा सकती है। उन्होंने मार्ग अनुकूलन, मशीनीकृत लोडिंग/अनलोडिंग, नवीन भंडारण समाधान और अन्य के माध्यम से परिचालन लागत को न्‍यूनतम करने का भी सुझाव दिया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का वचन दिया है। इस वचन को सफल बनाने के लिए, उन्होंने युवाओं और एफसीआई के कर्मचारियों से पारदर्शिता लाने को कहा।

इस कार्यक्रम में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री सुश्री साध्वी निरंजन ज्योति, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव श्री संजीव चोपड़ा, एफसीआई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएंडएमडी) श्री अशोक केके मीना और अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

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