मध्यप्रदेश की मंडियों में मूंग की आवक बढ़ी, जानिए 15-19 मई के बीच क्या रहे मूंग के भाव
22 मई 2023, भोपाल: मध्यप्रदेश की मंडियों में मूंग की आवक बढ़ी, जानिए 15-19 मई के बीच क्या रहे मूंग के भाव – मध्यप्रदेश की मंडियों में मूंग दाल की आवक शुरू हो गई हैं और हर सप्ताह आवक में बढ़ोत्तरी देखी जा रही हैं।
मूंग दाल सिर्फ मध्यप्रदेश के किसानों की ही पसंदीदा फसल नहीं हैं बल्कि भारत के अधिकतर राज्यों के किसान इस दलहनी फसल को करना पसंद करते हैं, क्योकि यह एक मात्र ऐसी फसल हैं जो 65 दिन में पक जाती हैं और बाकी फसलों को पकने के लिए कम से कम 100 दिन लगते हैं इसलिए इस फसल को बोना फसल भी कहा जाता हैं। इस फसल से कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त होता हैं और इसका मंडी भाव भी अच्छा मिलता हैं जिससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होती हैं।
साप्ताहिक विश्लेषण
मंडियों में 15 से 19 मई के बीच में साबुत मूंग दाल की कुल आवक 2052.74 टन दर्ज की गई हैं। इस पूरे हफ्ते में 15 मई अधिकतम आवक 506.6 टन देखी गई जिसमें खिरकिया मंडी मे सबसे अधिक आवक 467.6 टन रही वही अधिकतम रेट 7890 रूपये प्रति क्वि., न्यूनतम रेट 5000 रूपये प्रति क्वि. और मोडल रेट 6800 रूपये प्रति क्वि. रहा। इस पूरे हफ्ते में खिरकिया में दाल की अधिकतम आवक तो रही ही थी साथ ही इस मंडी में मूंग दाल का अधिकतम रेट को भी दर्ज किया गया हैं।
इस पूरे हफ्ते में सबसे कम आवक 19 मई को देखी गई हैं जोकि 75.9 टन थी। इस दिन सभी मंडियों में ही मूंग की आवक को काफी कम देखा गया हैं।
मंडी रेट का विश्लेषण
मध्यप्रदेश में इस हफ्ते के मंडी रेटों पर नजर डाली जाये तो प्रदेश में पिछले हफ्ते की तरह इस हफ्ते भी खिरकिया मंडी शीर्ष पर रही हैं। अगर दोनों हफ्तों की मूंग दाल की आवक की तुलना की जाये तो इस हफ्ते यानि 15 से 19 मई में पिछले हफ्ते 9-13 मई की तुलना में 25 प्रतिशत की वृध्दि हुई हैं।
खिरकिया मंडी में पिछले 2 हफ्तों से अधिकतम आवक हैं परंतु आंकड़ो को देखा जायें तो इस हफ्ते आवक में सीमान्त कमी आई हैं। वही खातेगांव मंडी में इस हफ्ते आवक में वृध्दि नजर आई हैं। 15 मई को खांतेगांव में 13 टन आवक थी जो बढ़कर 18 मई को 171 टन हो गई हैं।
वैसे मंडियों में आवक और रेटो में तो प्रतिदिन अंतर आता हैं और आने वाले हफ्तों में मंडियों में दाल की आवक बढ़ेगी क्योकि फसल की कटाई शुरू हो गई हैं।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम )